मारपीट की शिकायत के बावजूद पुलिस ने एनसीआर देकर दिखाया अदालत का रास्ता, पुलिस की लापरवाही से बढ़ रहे बदमाशों के हौसले, न्याय की आस में पीड़ित

कटनी। घर में घुसकर मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने जैसे गंभीर मामले में भी यदि पुलिस एनसीआर काटकर पीड़ितों को न्यायालय का रास्ता दिखाएगी तो फिर पीड़ित खुद को सुरक्षित कैसे महसूस कर पाएंगे। कुछ इसी तरह की घटना माधवनगर थाना क्षेत्र में भी घटित हुई। क्षेत्र के एक शातिर बदमाश ने एक युवक की बर्थडे पार्टी के दौरान उसके घर में घुसकर शराब के नशे में मारपीट, गाली गलौज और जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित युवक ने जब जान का भय बताते हुए थाने में शिकायत दर्ज करानी चाहिए तो पुलिस ने उसे एनसीआर काट कर न्यायालय की शरण लेने की सलाह दे दी। पुलिस की इस तरह की कार्यवाही देखकर तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे असामाजिक तत्वों पर कार्यवाही करने से पुलिस बचती दिखाई देती है।
यह था मामला
माधव नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत इमलिया निवासी 23 वर्षीय राहूल बर्मन पिता सुखनंदन बर्मन ने थाने में शिकायत करते हुए कहा कि 18 मार्च 25 को उसका जन्मदिन था। रात 11:30 बजे घर पर वह परिवार वालों और कुछ मित्रों के साथ जन्मदिन की पार्टी कर रहा था। साउंड बजाकर वे लोग नाच गाना कर रहे थे। इसी बीच गुल्ली जट नामक क्षेत्र का एक बदमाश शराब के नशे में आया और घर में घुसकर परिवार वालों से अभद्रता करते हुए नाचने लगा। जब उन लोगों ने गुल्ली को रोकने का प्रयास किया तो वह गाली गलौज करते हुए राहुल से मारपीट करने लगा। मारपीट में राहुल के दाहिने कंधे और सीने में अंदरूनी चोट भी लगी। बाहरी चोट न होने के कारण पुलिस ने इसकी शिकायत पर धारा 174 बीएनएसएस के तहत एनसीआर काटकर उसे न्यायालय जाने की सलाह दे दी।
क्या ऐसे लगेगा अपराधियों पर अंकुश
अगर इस तरह के मामले में पुलिस केवल एनसीआर काटकर लोगों को न्यायालय की शरण में जाने का का कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ती रही तो फिर अपराधियों पर अंकुश कैसे लग सकेगा। उक्त घटना के बाद से आरोपी गुल्ली पीड़ित को लगातार परेशान कर रहा है। कठोर कार्यवाही न हो पाने के कारण क्षेत्र के बदमाश के डर से पीड़ित व उसका पूरा परिवार खौफ में है।
बिहारी गैंग से नाता
जिस गुल्ली जट ने युवक की बर्थडे पार्टी में घुसकर मारपीट की उसका ताल्लुक शहर के मोस्ट वांटेड बिहार गैंग से होना बताया जा रहा है। चर्चा तो यह भी है कि बिहारी और उसकी गैंग को अमीर गंज स्थित शराब का अवैध कार्य करने वाले किसी सुशील यादव के द्वारा संरक्षण प्रदान किया जाता है। सुशील के खिलाफ पहले भी शिकायतें अवैध शराब एवं मारपीट को लेकर हो चुकी हैं। बताया जाता है कि करण बिहारी के जेल से बाहर आने के बाद 24 मार्च की रात में सुशील यादव ने एक पार्टी का भी आयोजन किया। जिसमें शहर के कई शातिर बदमाश इकट्ठा हुए थे।