एसीसी अमेहटा प्लांट के किलन में ईंट गिरने से दो मजदूर हुए घायल, श्रमिकों में पनपा आक्रोश, एसडीओपी ने मौके पर पहुंचकर संभाला मोर्चा

एसीसी अमेहटा प्लांट के किलन में ईंट गिरने से दो मजदूर हुए घायल, श्रमिकों में पनपा आक्रोश, एसडीओपी ने मौके पर पहुंचकर संभाला मोर्चा

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कटनी। अडानी एसीसी सीमेंट प्लांट अमेहटा के किलन की ईंट गिरने से दो मजदूर चपेट में आ गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद श्रमिकों में आक्रोश पनप गया और कंपनी प्रबंधन के विरुद्ध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बात की जानकारी लगते ही विजयराघवगढ़ एसडीओपी केपी सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाइश देकर आक्रोश शांत कराया। एसडीओपी द्वारा कंपनी प्रबंधन से भी बात की गई और घायलों को उचित उपचार व्यवस्था मुहैया कराए जाने को कहा गया।

एसडीओपी श्री सिंह की सूझ बूझ से अमेहटा प्लांट में बड़ा बवाल होने से रुक गया। इस अवसर पर विजयराघवगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक रितेश शर्मा, कैमोर से उपनिरीक्षक अनिल पांडे भी मौजूद थे। इस घटना में खास यह था कि कंपनी प्रबंधन ने घायलों के परिजनों को जानकारी दिए बगैर ही घायलों को कटनी लेकर चले गए थे। जहां एक निजी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया है। घटना सुबह 11 बजे की बताई जा रही है। जिसमें सतीश कोल पिता किशन कोल निवासी मेहगांव सहित एक अन्य मजदूर घायल हुआ है। परिवार वालो को पड़ोस में रहने वाले संतोष कोल ने सूचना दी तब परिवार गेट पहुंचा, तब जाकर उन्हें हादसे के बारे में बताया गया। मेहगांव सरपंच गुड्डू बघेल ने बताया कि घटना की जानकारी सतीश के परिवार ने कम्पनी जाकर ली तब पता चला की दो मजदूर घायल हुए है, जिनका उपचार प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। कम्पनी को परिवार के सदस्यों को जानकारी देनी चाहिए थी। आखिर क्यों कंपनी ने घायलों के परिवार वालों को हादसे की सूचना नहीं दी किसी बात को लेकर लोगों में आक्रोश पनप गया था।

एसीसी अमेहटा प्लांट के किलन में ईंट गिरने से दो मजदूर हुए घायल, श्रमिकों में पनपा आक्रोश, एसडीओपी ने मौके पर पहुंचकर संभाला मोर्चा

कटनी। अडानी एसीसी सीमेंट प्लांट अमेहटा के किलन की ईंट गिरने से दो मजदूर चपेट में आ गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद श्रमिकों में आक्रोश पनप गया और कंपनी प्रबंधन के विरुद्ध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बात की जानकारी लगते ही विजयराघवगढ़ एसडीओपी केपी सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाइश देकर आक्रोश शांत कराया। एसडीओपी द्वारा कंपनी प्रबंधन से भी बात की गई और घायलों को उचित उपचार व्यवस्था मुहैया कराए जाने को कहा गया।
एसडीओपी श्री सिंह की सूझ बूझ से अमेहटा प्लांट में बड़ा बवाल होने से रुक गया। इस अवसर पर विजयराघवगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक रितेश शर्मा, कैमोर से उपनिरीक्षक अनिल पांडे भी मौजूद थे। इस घटना में खास यह था कि कंपनी प्रबंधन ने घायलों के परिजनों को जानकारी दिए बगैर ही घायलों को कटनी लेकर चले गए थे। जहां एक निजी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया है। घटना सुबह 11 बजे की बताई जा रही है। जिसमें सतीश कोल पिता किशन कोल निवासी मेहगांव सहित एक अन्य मजदूर घायल हुआ है। परिवार वालो को पड़ोस में रहने वाले संतोष कोल ने सूचना दी तब परिवार गेट पहुंचा, तब जाकर उन्हें हादसे के बारे में बताया गया। मेहगांव सरपंच गुड्डू बघेल ने बताया कि घटना की जानकारी सतीश के परिवार ने कम्पनी जाकर ली तब पता चला की दो मजदूर घायल हुए है, जिनका उपचार प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। कम्पनी को परिवार के सदस्यों को जानकारी देनी चाहिए थी। आखिर क्यों कंपनी ने घायलों के परिवार वालों को हादसे की सूचना नहीं दी किसी बात को लेकर लोगों में आक्रोश पनप गया था।

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