समाजसेवियों ने सड़क सुरक्षा जागरूकता को लेकर 10 किलोमीटर तक की पैदल यात्रा, यातायात नियमों का पालन करने वाले चालकों को भेंट किया पौधा
कटनी। जिले के बड़वारा थाना क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन के साथ-साथ समाजसेवी संगठन भी सड़कों पर उतरकर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास कर रहे हैं। आज समाज सेवा विकास संस्था की टीम ने राष्ट्रीय राजमार्ग 43 के पठरा ग्राम से लेकर मझगवां ग्राम तक पैदल यात्रा कर सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया एवं सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले व्यक्तियों के आत्मा की शांति के लिए मौन धारण कर पदयात्रा का समापन किया।
समाजसेवी पूजा सिंह ने बताया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में हो रही सड़क दुर्घटनाओ पर अंकुश लगाना है। राष्ट्रीय राजमार्ग 43 के पठरा और मझगवां ग्राम के बीच आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिसमें जन हानि का सामना किसी न किसी परिवार को करना पड़ता है। यही वजह है कि हमारी पूरी टीम पठरा ग्राम से मझगवां ग्राम तक पदयात्रा सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास किया है, और यातायात नियमों का पालन करने वाले वाहन चालकों को उपहार के तौर पर फ़लदार और छायादार पौधे भेंट कर पौधे को पाल पोस कर वृक्ष बनाने का संकल्प दिलाया गया है। सड़क दुर्घटना पर जान गवाने वाले दिव्यांग आत्माओं को शांति हेतु मौन धारण कर यात्रा का समापन किया गया।
समाजसेवी राजाराम पटेल ने बताया कि हमारे टीम के द्वारा निरंतर सड़क सुरक्षा को लेकर विभिन्न तरह की गतिविधियों के माध्यम से प्रयास किया जा रहे हैं सप्ताह के एक दिन हमारी पूरी टीम सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलती है, जिसमें लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाता है। इसके अलावा दुर्घटना स्थल बन चुके मझगवां ग्राम के बरही तिराहे में हमने सांकेतिक बोर्ड लगवाया है इसी प्रकार से परमानंद तिराहे में रोशनी की व्यवस्था कराई गई है। आज हमारी टीम ने पदयात्रा वाहन चालकों को कोई यातायात नियमों का पालन करने के प्रति प्रेरित किया है।
समाजसेवी सावित्री केवट ने बताया कि हमने जिस मार्ग पर पदयात्रा की है वहां वन प्राणियों को जानकारी के अभाव पर कुछ वाहन चालक राहगीर सड़क पर ही भोजन डाल देते हैं जिससे बेजुबान बंदर एवं अन्य वन्य प्राणी सड़कों पर आते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं जिससे वन्य प्राणियों की तो मौत होती है इसके अलावा इंसानों को भी बड़ी क्षति पहुंचती है।
सड़क दुर्घटना में इन स्थानों में गई लोगों की जान
ये अभियान इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि सुर्खी टैंक जुहला चौकी के समीप पिछले तीन महीनों के भीतर ही 6 व्यक्तियों की सड़क दुर्घटनाओं में जान जा चुकी है। इनमें एक कार और ट्रक की भिड़ंत में 3 लोगों की मौत, बारात जा रही स्कॉर्पियो और ट्रक की भिड़ंत में महिलाओं की मौत, एवं मझगवां-बरही तिराहे पर पति और गर्भवती महिला की सड़क दुर्घटना में मौत जैसी हृदयविदारक घटनाएँ शामिल हैं। इसके अलावा, एक लापरवाह ट्रक चालक ने भाई-बहन को भी मौत के घाट उतार दिया था। बीते एक वर्ष में, मझगवां और सुर्खी टैंक के बीच 12 से अधिक सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की जान जा चुकी है।
इस दौरान इनकी रही उपस्थित बबिता सिंह, राघवेन्द्र सिंह, फिजा बी, सावित्री केवट, प्रभा सेन, मैना सिंह, राजाराम पटेल, पूजा सिंह, नंदनी रजक, अंजली, सचिन कुशवाहा आदि मौजूद रहे।
