डेरे वालों के ठिकाने, होटल और ढाबों पर देर रात पहुंची पुलिस, कांबिंग गश्त करते हुए 129 वारंटियों सहित कई अपराधियों को दबोचा
कटनी। कटनी पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया एवं समस्त एसडीओपी के मार्गदर्शन में गत रात्री विशेष कांबिंग गश्त अभियान चलाया गया। गश्त विशेष रूप से संवेदनशील और आपराधिक गतिविधियों से प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रित रही, जिसमें थाना प्रभारी, उप निरीक्षक, प्रधान आरक्षक, आरक्षक, साइबर सेल एवं विशेष बल की संयुक्त टीमों ने कार्रवाई की।
अभियान के दौरान निगरानी बदमाशों व डोजियर आरोपियों की जांच की गई। झुग्गी-झोपड़ी, डेरा, किराए के मकान, होटल-ढाबों की तलाशी ली गई। अवैध गतिविधियों (जुआ, सट्टा, मादक पदार्थ, अवैध शराब) पर निगरानी रखी गई। संदिग्ध वाहनों व व्यक्तियों की जांच एवं रात में खुले प्रतिष्ठानों की चेकिंग की गई।
कटनी पुलिस द्वारा काम्बिग गस्त अभियान में न्यायालय द्वारा विभिन्न प्रकरणों के जारी कुल 20 स्थाई वारंटी गिरफ्तार किए गए साथ ही विभिन्न न्यायालय द्वारा जारी विभिन्न प्रकरणों के 109 वारंटी गिरफ्तार किए गए। इसके अलावा अपराधियों के घर जाकर कुल 50 गुंडा चेक किए गए। कटनी पुलिस द्वारा अचानक दबिश देकर निगरानी बदमाशों के घर जाकर 49 निगरानी बदमाश चेक किए गए एवं अवैध शराब परिवहन एवं विक्रय एवं सार्वजनिक स्थान पर शराब का सेवन करने पर प्रतिबंध लगाने हेतु कटनी पुलिस ने कमिंग गस्त के दौरान कुल 18 आबकारी के प्रकरण पंजीबद्ध कर अग्रिम विवेचना में लिए गए। पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुए संमंस व 69 जमानती वारंट गस्त के दौरान तामील किए गए। रात्रि में वाहन चेकिंग के दौरान शराब पीकर वाहन चलाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत कटनी पुलिस द्वारा 07 व्यक्तियो पर मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 185 के तहत सख्त कार्यवाही की गई। कांबिंग गस्त के दौरान एक प्रकरण एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किया गया।
परिशांति भंग करना पाये जाने पर अलग-अलग स्थानों पर 11 आरोपियों के विरूद्ध धारा 170 बीएनएसएस के तहत कार्यवाही की गयी। परिशांति कायम रखने हेतु 117 प्रकरणों 123 व्यक्तियों के विरूद्ध धारा 126,135 बीएनएसएस के तहत कार्यवाही की गयी। परिशांति कायम रखने हेतु 16 व्यक्तियों के विरूद्ध धारा 129 बीएनएसएस के तहत कार्यवाही की गयी। गश्त के दौरान पुलिस ने आम नागरिकों से संवाद कर उन्हें संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने के लिए प्रेरित किया।
