नल-जल योजना शत-प्रतिशत पूर्ण होने पर ही लें हैंडओवर, कलेक्टर श्री यादव ने ढीमरखेड़ा में ग्राम पंचायतवार की जल जीवन मिशन योजनाओं की समीक्षा, सरपंच और सचिव से वन-टू-वन चर्चा कर लिया मैदानी हकीकत का जायजा

कटनी। कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने विकासखंड ढीमरखेड़ा के मंगल भवन में जल जीवन मिशन के तहत गांवों में निर्मित और प्रगतिरत नल-जल योजनाओं के संबंध में सरपंचों, पंचायत सचिवों, रोजगार सहायक, जनप्रतिनिधियों, से खुला संवाद किया और जल जीवन मिशन की योजनाओं से संबंधित सभी शिकायतों का निर्माणकर्ता ठेकेदारों और लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अमले के सहयोग से निराकरण कराने के निर्देश दिये।
इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ श्री शिशिर गेमावत,एस डी एम ढीमरखेड़ा विंकी सिंहमारे उइके, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एस डामोर, शहडोल सांसद प्रतिनिधि पद्मेश गौतम, जनपद पंचायत अध्यक्ष सुनीता दुबे, ज़िला पंचायत सदस्य कविता पंकज राय मौजूद रहे।
कलेक्टर श्री यादव ने कहा कि ग्राम पंचायतें किसी भी स्थिति में आधी -अधूरी नल-जल योजनाओं का हैंडओवर न करें। उन्होंने कहा कि सरपंच और सचिव यह अच्छी तरह से देख लें कि पाइप लाइनों में लीकेज न हो, पानी की टंकी से पूरे प्रेशर के साथ गांव के अंतिम घर तक पानी पहुंच रहा हो , तभी नल-जल योजना का हस्तांतरण स्वीकार करें। कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री डामोर और सीईओ जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा को निर्देशित किया कि वे ग्राम पंचायतों में नल-जल योजनाओं से संबंधित समस्याओं का निराकरण कराना सुनिश्चित करें।
वन-टू-वन चर्चा
कलेक्टर श्री यादव ने नल-जल योजना वाली प्रत्येक ग्राम पंचायत के सरपंच व सचिव से वन -टू -वन चर्चा कर उनके गांव के नल- जल योजना की समीक्षा कर अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की और मैदानी हकीकत का जायजा लिया। कलेक्टर ने ढीमरखेड़ा विकासखंड के लिए स्वीकृत सभी 182 नल-जल योजनाओं की प्रगति और हस्तांतरण की स्थिति की एक -एक कर जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
शासकीय भवनों में दें नल कनेक्शन
बैठक में अभी तक ग्राम पंचायतों को 30 नल-जल योजनाएं हस्तांतरित किए जा चुकने एवं 23 और योजनाओं के पूरा हो चुकने की जानकारी दी गई, जो वर्तमान में हस्तांतरण की स्थिति में है। कलेक्टर श्री यादव ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री को निर्देशित किया कि वे नल-जल योजना वाले गांव या ग्राम पंचायत में स्थित शासकीय भवन जैसे -स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और स्वास्थ्य केंद्र में भी नल कनेक्शन कर जलापूर्ति करवाना सुनिश्चित करें। जल जीवन मिशन योजना के तहत शत-प्रतिशत पूर्ण हो चुकी योजनाओं का ही ग्राम पंचायतों को हैंडओवर किया जाना सुनिश्चित हो। गांव में पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़कों का हर हाल में व्यवस्थित रेस्टोरेशन हो।
नियमित हो टंकी की सफाई
कलेक्टर श्री यादव ने बैठक में कहा कि सरपंच, सचिव, पी एच ई विभाग के तकनीकी सहयोग से नियमित अंतराल में अपने गांव में बनी पानी की टंकी की सफाई कराते रहें। पानी का क्लोरीनीकरण भी करायें ताकि ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की जल जनित बीमारियां न हो सकें। कलेक्टर श्री यादव ने कहा कि समय-समय पर बोरवेल और जल स्रोतों के पानी का परीक्षण कराया जाना भी सुनिश्चित हो। उन्होंने ग्राम पंचायत हरदी के सचिव की अनुपस्थिति की वजह से यहां के नल -जल योजना की समीक्षा नहीं हो पाने पर कार्रवाई के निर्देश जिला पंचायत सीईओ को दिए।
बैठक में कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग शारदा सिंह, तहसीलदार आशीष अग्रवाल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी विकल्प पटेल और उपयंत्री गण मौजूद रहे।
नल-जल योजना शत-प्रतिशत पूर्ण होने पर ही लें हैंडओवर, कलेक्टर श्री यादव ने ढीमरखेड़ा में ग्राम पंचायतवार की जल जीवन मिशन योजनाओं की समीक्षा, सरपंच और सचिव से वन-टू-वन चर्चा कर लिया मैदानी हकीकत का जायजा
कटनी। कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने विकासखंड ढीमरखेड़ा के मंगल भवन में जल जीवन मिशन के तहत गांवों में निर्मित और प्रगतिरत नल-जल योजनाओं के संबंध में सरपंचों, पंचायत सचिवों, रोजगार सहायक, जनप्रतिनिधियों, से खुला संवाद किया और जल जीवन मिशन की योजनाओं से संबंधित सभी शिकायतों का निर्माणकर्ता ठेकेदारों और लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अमले के सहयोग से निराकरण कराने के निर्देश दिये।
इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ श्री शिशिर गेमावत,एस डी एम ढीमरखेड़ा विंकी सिंहमारे उइके, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एस डामोर, शहडोल सांसद प्रतिनिधि पद्मेश गौतम, जनपद पंचायत अध्यक्ष सुनीता दुबे, ज़िला पंचायत सदस्य कविता पंकज राय मौजूद रहे।
कलेक्टर श्री यादव ने कहा कि ग्राम पंचायतें किसी भी स्थिति में आधी -अधूरी नल-जल योजनाओं का हैंडओवर न करें। उन्होंने कहा कि सरपंच और सचिव यह अच्छी तरह से देख लें कि पाइप लाइनों में लीकेज न हो, पानी की टंकी से पूरे प्रेशर के साथ गांव के अंतिम घर तक पानी पहुंच रहा हो , तभी नल-जल योजना का हस्तांतरण स्वीकार करें। कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री डामोर और सीईओ जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा को निर्देशित किया कि वे ग्राम पंचायतों में नल-जल योजनाओं से संबंधित समस्याओं का निराकरण कराना सुनिश्चित करें।
वन-टू-वन चर्चा
कलेक्टर श्री यादव ने नल-जल योजना वाली प्रत्येक ग्राम पंचायत के सरपंच व सचिव से वन -टू -वन चर्चा कर उनके गांव के नल- जल योजना की समीक्षा कर अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की और मैदानी हकीकत का जायजा लिया। कलेक्टर ने ढीमरखेड़ा विकासखंड के लिए स्वीकृत सभी 182 नल-जल योजनाओं की प्रगति और हस्तांतरण की स्थिति की एक -एक कर जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
शासकीय भवनों में दें नल कनेक्शन
बैठक में अभी तक ग्राम पंचायतों को 30 नल-जल योजनाएं हस्तांतरित किए जा चुकने एवं 23 और योजनाओं के पूरा हो चुकने की जानकारी दी गई, जो वर्तमान में हस्तांतरण की स्थिति में है। कलेक्टर श्री यादव ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री को निर्देशित किया कि वे नल-जल योजना वाले गांव या ग्राम पंचायत में स्थित शासकीय भवन जैसे -स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और स्वास्थ्य केंद्र में भी नल कनेक्शन कर जलापूर्ति करवाना सुनिश्चित करें। जल जीवन मिशन योजना के तहत शत-प्रतिशत पूर्ण हो चुकी योजनाओं का ही ग्राम पंचायतों को हैंडओवर किया जाना सुनिश्चित हो। गांव में पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़कों का हर हाल में व्यवस्थित रेस्टोरेशन हो।
नियमित हो टंकी की सफाई
कलेक्टर श्री यादव ने बैठक में कहा कि सरपंच, सचिव, पी एच ई विभाग के तकनीकी सहयोग से नियमित अंतराल में अपने गांव में बनी पानी की टंकी की सफाई कराते रहें। पानी का क्लोरीनीकरण भी करायें ताकि ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की जल जनित बीमारियां न हो सकें। कलेक्टर श्री यादव ने कहा कि समय-समय पर बोरवेल और जल स्रोतों के पानी का परीक्षण कराया जाना भी सुनिश्चित हो। उन्होंने ग्राम पंचायत हरदी के सचिव की अनुपस्थिति की वजह से यहां के नल -जल योजना की समीक्षा नहीं हो पाने पर कार्रवाई के निर्देश जिला पंचायत सीईओ को दिए।
बैठक में कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग शारदा सिंह, तहसीलदार आशीष अग्रवाल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी विकल्प पटेल और उपयंत्री गण मौजूद रहे।
