गोलबाजार रामलीला मैदान में रातों रात स्थापित हुआ राम दरबार, भगवान राम जानकी सहित अन्य प्रतिमाएं अन्यत्र स्थानांतरित करवाने पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी

गोलबाजार रामलीला मैदान में रातों रात स्थापित हुआ राम दरबार, भगवान राम जानकी सहित अन्य प्रतिमाएं अन्यत्र स्थानांतरित करवाने पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी

 

कटनी। गोलबाजार रामलीला मैदान में बाएं तरफ बिना अनुमति एक व्यक्ति द्वारा रातोरात स्थापित की गईं श्रीराम, जानकी जी, लक्ष्मण जी और हनुमान जी सहित अन्य प्रतिमाओं को आज अन्यत्र ले जाने की कार्यवाही की जा रही है। खबर लिखे जाने तक मौके पर जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस अधिकारी मौजूद थे। बताया जाता है कि रामलीला कमेटी की शिकायत के बाद रामलीला मैदान से राम दरबार को हटाने की कार्यवाही की गई है।

कमेटी का कहना है कि यह मैदान रामलीला मंचन और अन्य गतिविधियों के लिए आवंटित किया गया है लेकिन यहां कुछ समय पहले एक व्यक्ति ने उस समय कब्जा करते हुए राम दरबार की स्थापना कर दी थी, जब अयोध्या में रामलला का मंदिर बनकर तैयार हुआ और राम जी की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी।

आस्था और श्रद्धा की वजह से तबसे भगवान की मूर्तियां वैसे ही रखी हुई थी, लेकिन शिकायत पूर्व में कई बार की जा चुकी थी। एक दिन पहले रामलीला मैदान में ऑडिटोरियम निर्माण को लेकर जिला न्यायालय ने रोक लगा दी गई है, संभवतः कोर्ट का आदेश होने के बाद ही प्रशासन के अधिकारी यहां पहुंचे हैं।

गोलबाजार रामलीला मैदान में रातों रात स्थापित हुआ राम दरबार, भगवान राम जानकी सहित अन्य प्रतिमाएं अन्यत्र स्थानांतरित करवाने पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी

कटनी। गोलबाजार रामलीला मैदान में बाएं तरफ बिना अनुमति एक व्यक्ति द्वारा रातोरात स्थापित की गईं श्रीराम, जानकी जी, लक्ष्मण जी और हनुमान जी सहित अन्य प्रतिमाओं को आज अन्यत्र ले जाने की कार्यवाही की जा रही है। खबर लिखे जाने तक मौके पर जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस अधिकारी मौजूद थे। बताया जाता है कि रामलीला कमेटी की शिकायत के बाद रामलीला मैदान से राम दरबार को हटाने की कार्यवाही की गई है। कमेटी का कहना है कि यह मैदान रामलीला मंचन और अन्य गतिविधियों के लिए आवंटित किया गया है लेकिन यहां कुछ समय पहले एक व्यक्ति ने उस समय कब्जा करते हुए राम दरबार की स्थापना कर दी थी, जब अयोध्या में रामलला का मंदिर बनकर तैयार हुआ और राम जी की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। आस्था और श्रद्धा की वजह से तबसे भगवान की मूर्तियां वैसे ही रखी हुई थी, लेकिन शिकायत पूर्व में कई बार की जा चुकी थी। एक दिन पहले रामलीला मैदान में ऑडिटोरियम निर्माण को लेकर जिला न्यायालय ने रोक लगा दी गई है, संभवतः कोर्ट का आदेश होने के बाद ही प्रशासन के अधिकारी यहां पहुंचे हैं।

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