वीर बाल दिवस के अवसर पर आंगनबाड़ी केंद्र मड़ई में आयोजित हुए विविध कार्यक्रम

कटनी। गुरु गोविंद सिंग साहब के साहबजादे के बलिदान दिवस को वीर बाल दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय केंद्र सरकार द्वारा लिया गया था। जिसके तहत महिला बाल विकास के सौजन्य से आज आंगनबाड़ी केंद्र मड़ई में वीर बाल दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों को गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादे के चार पुत्रों को संदर्भित करते हुए जानकारी दी गई, जो मुगल साम्राज्य के साथ संघर्ष के दौरान शहीद हो गए थे।
शहादत की घटना 2 दिन 21 दिसंबर और 26 दिसंबर 1704 को घटी। 21 दिसंबर को दो गुरु पुत्र और 26 दिसंबर को अन्य दो गुरु पुत्र शहीद हुए थे। जिनकी याद में आज पूरा देश वीर बाल दिवस के रूप मना रहा है। इस अवसर पर विविध गतिविधि आयोजित कर बच्चों को उनके बलिदान के बारे में बताया गया एवं बच्चों द्वारा गतिविधि कराई गई, जिसमें उनके अनुसरण को अपनाने हेतु वेशभुष प्रधान धारित कर प्रदर्शन किया गया। महिला बाल विकास के सौजन्य में कार्यक्रम का आयोजन कर बच्चों को वीर बाल दिवस की बधाई दी गई साथ ही बच्चों को टॉफियां गुब्बारे वितरण किए गए।
वीर बाल दिवस के अवसर पर आंगनबाड़ी केंद्र मड़ई में आयोजित हुए विविध कार्यक्रम
कटनी। गुरु गोविंद सिंग साहब के साहबजादे के बलिदान दिवस को वीर बाल दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय केंद्र सरकार द्वारा लिया गया था। जिसके तहत महिला बाल विकास के सौजन्य से आज आंगनबाड़ी केंद्र मड़ई में वीर बाल दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों को गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादे के चार पुत्रों को संदर्भित करते हुए जानकारी दी गई, जो मुगल साम्राज्य के साथ संघर्ष के दौरान शहीद हो गए थे। शहादत की घटना 2 दिन 21 दिसंबर और 26 दिसंबर 1704 को घटी। 21 दिसंबर को दो गुरु पुत्र और 26 दिसंबर को अन्य दो गुरु पुत्र शहीद हुए थे। जिनकी याद में आज पूरा देश वीर बाल दिवस के रूप मना रहा है। इस अवसर पर विविध गतिविधि आयोजित कर बच्चों को उनके बलिदान के बारे में बताया गया एवं बच्चों द्वारा गतिविधि कराई गई, जिसमें उनके अनुसरण को अपनाने हेतु वेशभुष प्रधान धारित कर प्रदर्शन किया गया। महिला बाल विकास के सौजन्य में कार्यक्रम का आयोजन कर बच्चों को वीर बाल दिवस की बधाई दी गई साथ ही बच्चों को टॉफियां गुब्बारे वितरण किए गए।