साध्य मे नही साधना मे चमत्कार है: मुनिश्री

बहोरीबंद, कटनी। भावना भावनासिनी होती है हमारा श्रद्धान दृढ़ होना चाहिए परमात्मा के प्रति तुम्हारी भावना श्रद्धा की तरंगे दृढ़ता की वरगणाएं प्रतिफलिल होकर चमत्कार का रूप धारण कर लेती हैं। तुम प्रतिमाओ मैं चमत्कार ढूंढते हो जहां है ही नही चमत्कार का कारण तुम्हारी अनंत इच्छा शक्ति है। जो पुण्य प्रकृति को सीमित करती हुई तुम्हारे ही द्वारा तुम ही को चमत्कृत करती है अत अपना ज्ञान श्रद्धान आस्था को मेरू के समान अचल बनाये चमत्कार घटित होगा जन कल्याण के उद्बोधन को
आगे बढाते हुए पूज्य मुनिश्री ने कहा कि हमने कर्म भूमि पर जन्म लिया है अपने कर्म चेतना को जिसे हम प्रबल पुरुषार्थ कहेंगे उत्कृष्ट करते हुए भक्ति और प्रार्थना करें भाग्य का भरोसा छोड़कर भाग्य में जो लिखा है वह तुम्हें निर्बल बनाएगा तुम स्वयं अपना भाग्य गढ़ो तुम परमात्मा को प्रणाम करो अपने प्रणाम परभरोसा रखें हर कार्य सिद्ध होगा साध्य में नही साधना में चमत्कार है पुरुषार्थ पर अधिक रहे
पंचकल्याणक के तृतीय दिन दीक्षा दिवस समारोह के अवसर परबाल ब्रह्मचारी प्रदीप भैया जीके सानिध्य में प्रातः भगवान का अभिषेक शांति धारा मंगल प्रवचन तथा दोपहर में बड़ी संख्या में उपस्थित धर्म प्रेमी जनों की उपस्थिति में दीक्षा दिवस समारोह का कार्यक्रम सानंद संपन्न किया गया
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्रीमंत सेठ उत्तमचंद जैन कोयला अनुराग जैन मनोज जैन महेन्द्र जैन शैलेन्द्र जैन मनोज जैन राजेश जैन सन्मति जैन संजय जैन सत्येन्द्र जैन डा के एल जैन प्रशांत जैन सुरेन्द्र सिंघई विनय जैन दिनेश जैन पुष्पेन्द्र मोदी युवामंडल महिला मंडल के सदस्यो की बडी संख्या मे उपस्थिति रही।