कागजों में हेराफेरी कर हड़पी जा रही शासकीय भूमि, भूमि प्रकट माता मंदिर की जमीन पर नजर, भूमि प्रकट माता मंदिर समिति अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री निवास के सामने आमरण अनशन की मांगी अनुमति

कटनी। पिछले 300 वर्षों से जिस शासकीय रकबे में बरगवां की भूमि प्रकट शारदा माता मंदिर स्थापित है। अब उस भूमि के टुकड़े पर कुछ लोगों ने नजर गड़ा रखी है। कागजों में हेर फेर करके कुछ लोगों के द्वारा जमीन को हड़प कर लिया गया है। उक्त आशय का आरोप लगाते हुए मंदिर की जमीन को बचाने की मांग करते हुए भूमि प्रकट शारदा माता मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्रकाश रजक ने मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के नाम कलेक्टर को पत्र सौंप कर 1 जनवरी 2025 से मुख्यमंत्री निवास के सामने आमरण अनशन करने की अनुमति मांगी है।
उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम लिखे गए पत्र में उल्लेख किया है कि हमारी श्री भूमि प्रगट शारदा माता मंदिर मदन मोहन चौबे वार्ड कटनी, म०प्र० में खसरा नंबर-144 में विगत लगभग 300 वर्षों से स्थापित है। जहां माता की पूजा पाठ, धार्मिक आयोजन निरंतर होते चले आ रहे है। खसरा नं- 144 शासकीय खसरा है, जिसमें षड़यंत्र पूर्वक अंग्रेजों के वंशज अल्पसंख्यक समुदाय के एमआर डन द्वारा राजस्व पटवारियों से मिलीभगत कर शासकीय रिकार्ड में हेरा कराकर सरकारी भूमि को अपने नाम पर दर्ज कराकर, बेटे पेट्रिक रॉबर्ट डन को बैनामा कराकर अल्प संख्यक समुदाय के प्रवीण जैन को विक्रय कर शासकीय भूमि को हड़पा है।
उन्होंने कहा की श्री भूमि प्रगट शारदा माता मंदिर मदन मोहन चौबे वार्ड कटनी म०प्र० के निवासियों द्वारा लगातार मौखिक शिकायत की जाती रही कि हिन्दू धर्म के पूजा पाठ धार्मिक आयोजन में अल्प संख्यक वर्ग के पेट्रिक रॉबर्ट डन और प्रवीण जैन द्वारा नया खसरा नंबर हेरफेर कराकर अवैध कब्जा कर शासकीय भूमि को हड़पने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। जिससे धार्मिक हिन्दू मंदिर तक आम जनमानस की पहुंच ना हो सके एवं भूमि हड़पी जा सके।
उन्होंने कह कि जिस तरह आयोध्या में, मथुरा में, काशी में, हिन्दू धर्म स्थलों की रक्षा की गई है, उसी तरह हमारे भी हिन्दू धार्मिक स्थल की रक्षा शासन द्वारा की जाए। यदि ऐसा किया जाना संभव न हो तो मुख्यमंत्री निवास के सामने भोपाल में आमरण अनशन 01.01.2025 से अनुमति प्रदान की जाए।
कागजों में हेराफेरी कर हड़पी जा रही शासकीय भूमि, भूमि प्रकट माता मंदिर की जमीन पर नजर, भूमि प्रकट माता मंदिर समिति अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री निवास के सामने आमरण अनशन की मांगी अनुमति
कटनी। पिछले 300 वर्षों से जिस शासकीय रकबे में बरगवां की भूमि प्रकट शारदा माता मंदिर स्थापित है। अब उस भूमि के टुकड़े पर कुछ लोगों ने नजर गड़ा रखी है। कागजों में हेर फेर करके कुछ लोगों के द्वारा जमीन को हड़प कर लिया गया है। उक्त आशय का आरोप लगाते हुए मंदिर की जमीन को बचाने की मांग करते हुए भूमि प्रकट शारदा माता मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्रकाश रजक ने मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के नाम कलेक्टर को पत्र सौंप कर 1 जनवरी 2025 से मुख्यमंत्री निवास के सामने आमरण अनशन करने की अनुमति मांगी है।
उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम लिखे गए पत्र में उल्लेख किया है कि हमारी श्री भूमि प्रगट शारदा माता मंदिर मदन मोहन चौबे वार्ड कटनी, म०प्र० में खसरा नंबर-144 में विगत लगभग 300 वर्षों से स्थापित है। जहां माता की पूजा पाठ, धार्मिक आयोजन निरंतर होते चले आ रहे है। खसरा नं- 144 शासकीय खसरा है, जिसमें षड़यंत्र पूर्वक अंग्रेजों के वंशज अल्पसंख्यक समुदाय के एमआर डन द्वारा राजस्व पटवारियों से मिलीभगत कर शासकीय रिकार्ड में हेरा कराकर सरकारी भूमि को अपने नाम पर दर्ज कराकर, बेटे पेट्रिक रॉबर्ट डन को बैनामा कराकर अल्प संख्यक समुदाय के प्रवीण जैन को विक्रय कर शासकीय भूमि को हड़पा है।
उन्होंने कहा की श्री भूमि प्रगट शारदा माता मंदिर मदन मोहन चौबे वार्ड कटनी म०प्र० के निवासियों द्वारा लगातार मौखिक शिकायत की जाती रही कि हिन्दू धर्म के पूजा पाठ धार्मिक आयोजन में अल्प संख्यक वर्ग के पेट्रिक रॉबर्ट डन और प्रवीण जैन द्वारा नया खसरा नंबर हेरफेर कराकर अवैध कब्जा कर शासकीय भूमि को हड़पने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। जिससे धार्मिक हिन्दू मंदिर तक आम जनमानस की पहुंच ना हो सके एवं भूमि हड़पी जा सके।
उन्होंने कह कि जिस तरह आयोध्या में, मथुरा में, काशी में, हिन्दू धर्म स्थलों की रक्षा की गई है, उसी तरह हमारे भी हिन्दू धार्मिक स्थल की रक्षा शासन द्वारा की जाए। यदि ऐसा किया जाना संभव न हो तो मुख्यमंत्री निवास के सामने भोपाल में आमरण अनशन 01.01.2025 से अनुमति प्रदान की जाए।