मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर ऑडिटोरियम परिसर तथा कटाएघाट मे आयोजित होने वाले दीपोत्सव पर्व की तैयारियों की निगमायुक्त ने की समीक्षा
कटनी। मध्यप्रदेश के 70वे स्थापना दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानंद सभागार ऑडिटोरियम प्रियदर्शनी बस स्टैंड मे प्रातः 11 बजे से आयोजित होने वाले कार्यक्रम एवं देव प्रबोधिनी एकादशी पर कटाये घाट में सायंकाल 5 बजे से आयोजित होने वाले दीपोत्सव एवं संध्या संगीत कार्यक्रम के दौरान निगम प्रशासन द्वारा की जाने वाली आवश्यक व्यवस्थाओं की निगमायुक्त सुश्री तपस्या परिहार द्वारा मिनट टू मिनट समीक्षा की जाकर अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ सभी व्यवस्थांए निर्धारित समय पर पूर्ण कर सफलतापूर्ण कार्यक्रम आयोजन के दिशा- निर्देश दिए गए।
बैठक के दौरान कार्यपालन यंत्री सुधीर मिश्रा, असित खरे, अंशुमान सिंह, राजस्व अधिकारी जागेश्वर पाठक, सहायक यंत्री आदेश जैन, उपयंत्री मोना करेरा, मृदुल श्रीवास्तव, स्वास्थ्य अधिकारी संजय सोनी, अतिक्रमण प्रभारी मानेन्द्र सिंह, कार्यालय अधीक्षक नागेन्द्र पटेल, सिटी मिशन मैनेजर यश रजक सहित अन्य विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति रही। निगमायुक्त तपस्या परिहार नें सर्वप्रथम ऑडिटोरियम में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की समीक्षा कर समुचित बैठक व्यवस्था, स्टेज साज सज्जा,प्रवेश द्वार, साउंड, माइक बैकड्राप, दीप प्रज्वलन मंच संचालन, स्वागत सत्कार, प्रशस्ति पत्रों की अद्यतन स्थित सहित आयोजित होने वाले मंचीय कार्यक्रमों आदि की व्यवस्था की समीक्षा कर ऑडिटोरियम की समुचित साफ सफाई एवं वाहन पार्किंग व्यवस्थित रूप से कराने के निर्देश दिए।
निगमायुक्त सुश्री परिहार ने देव प्रबोधिनी एकादशी के पावन अवसर पर संध्या को कटाये घाट में आयोजित होने वाले दीप आराधना, 15 हजार दीप प्रज्ज्वलन एवं नदी पूजन एवं गंगा आरती कार्यक्रम की आवश्यक व्यवस्थाओं की समीक्षा की। निगमायुक्त नें दीपों की उपलब्धता, दीप प्रज्ज्वलन हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं एवं स्थलों का चयन, भजन संध्या हेतु मंच व्यवस्था बैठक व्यवस्था, पेयजल, स्वागत सत्कार, मंच संचालन, स्वसहायता समूह की महिलाओं की उपस्थिति सुनिश्चित कराते हुए जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रम की आमंत्रण सूचना समय पर प्रेषित कर कार्यक्रम का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश दिए। निगमायुक्त सुश्री तपस्या परिहार द्वारा कार्यक्रम आयोजन स्थल पर निगम की आई.ई.सी टीम के माध्यम से स्वच्छता जागरूकता गतिविधियों पर आधारित कार्यक्रम का आयोजन किये जाने की बात भी कही जाकर समस्त अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए।








