????अजब गजब???? अजहर को अरशद समझ कर युवक को किया अगवा, बेरहमी से की गई पिटाई, पुलिस ने भी बिना सोचे समझे भेज दिया जेल, कैमोर थाना क्षेत्र की घटना, शिकायत लेकर एस पी कार्यालय पहुंचा पीड़ित युवक

????अजब गजब????

अजहर को अरशद समझ कर युवक को किया अगवा, बेरहमी से की गई पिटाई, पुलिस ने भी बिना सोचे समझे भेज दिया जेल, कैमोर थाना क्षेत्र की घटना, शिकायत लेकर एस पी कार्यालय पहुंचा पीड़ित युवक

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कटनी। जिले में एक अजब-गजब मामला समाने आया है। जहां एक शख्स ने कटनी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है कि उसका नाम अज़हर है लेकिन क्षेत्र के दबंगों ने उसे अरसद समझकर पहले तो उसे अगवा कर लिया और बेदम पिटाई की और उनके खिलाफ कोई शिकायत न हो इससे पहले ही अजहर को थाने ले जाकर झूठा मामला दर्ज करवाते हुए जेल भिजवा दिया।

जी हां, जिसकी पिटाई हुई फिर उसी को जेल भेजवा दिया। उससे भी दिलचस्प बात ये है कि जिसे जेल भिजवाया उससे बिना नाम पता पूछे ही पुलिस ने भी अरसद मानकर उसे जेल भेजा दिया। दरअसल पूरा कारनामा कटनी जिले से समाने आया जहां कैमोर निवासी शेख अजहर मंसूरी ने एसपी कार्यालय पहुंचकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को मामले की शिकायत दर्ज करवाई और पूरे प्रकरण से अवगत करवाते हुए घटना में दोषी आरोपियों सहित पुलिस वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

पीड़ित शेख अजहर मंसूरी ने बताया कि मैं चाय पीकर घर लौट रहा था तभी चमन चौराहे से उसे पप्पू शर्मा, निलेश रजक, रज्जाक, बल्ला संतोष केवट सहित अन्य लोगों ने मुझे अरसद बोलकर जबरन बाइक में उठा ले गए और एनटीआरटी में उसकी लाठी डंडे से बेदम पिटाई शुरूकर दी। मै बोलता रहा मै अरसद नहीं अजहर हूं लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी और पिटाई करते रहे। उसके बाद थाने लेकर गए और उसके ऊपर अरसद के नाम से 151 की कार्रवाई करते हुए तहसीलदार के आदेश से जेल भिजवा दिया गया। मै पुलिस वालों से लेकर मेरा स्वास्थ्य परीक्षण करने वाले डॉक्टर और सभी से बोलता रहा मै अजहर नहीं अरसद हूं….. लेकिन किसी ने मेरी एक न सुनी। अब जब मैं जेल से बाहर आया तो घरवालों ने बताया तुझे मारने के लिए लोग घर के पास घूम रहे है इसलिए मैं अब सभी की शिकायत करने आया हूं।

हालांकि संतोष केवट ने बताया कि महिला से छेड़छाड़ के चलते हम लोगों ने उसे पकड़ कर कैमोर थाने ले जाकर पुलिस को सौंपा था। उसका नाम अज़हर या अरसद हमे नहीं मालूम था। इस अजब-गजब मामले को सुनकर तो कटनी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार डेहरिया का भी माथा घूम गया और उन्हें मामले की पूरे तथ्यात्मक जानकारी एकत्रित करवाई है और इसकी जांच थाने स्तर में करवाने की भी बात कही है। मजे की बात तो ये है जिस थाना प्रभारी को अरसद और अजहर में अंतर न दिखा उसे ही मामले की जांच करने को कहा गया है। फिलहाल देखना ये है इस मामले में क्या कुछ कार्रवाई होगी।

????अजब गजब????
अजहर को अरशद समझ कर युवक को किया अगवा, बेरहमी से की गई पिटाई, पुलिस ने भी बिना सोचे समझे भेज दिया जेल, कैमोर थाना क्षेत्र की घटना, शिकायत लेकर एस पी कार्यालय पहुंचा पीड़ित युवक

कटनी। जिले में एक अजब-गजब मामला समाने आया है। जहां एक शख्स ने कटनी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है कि उसका नाम अज़हर है लेकिन क्षेत्र के दबंगों ने उसे अरसद समझकर पहले तो उसे अगवा कर लिया और बेदम पिटाई की और उनके खिलाफ कोई शिकायत न हो इससे पहले ही अजहर को थाने ले जाकर झूठा मामला दर्ज करवाते हुए जेल भिजवा दिया।
जी हां, जिसकी पिटाई हुई फिर उसी को जेल भेजवा दिया। उससे भी दिलचस्प बात ये है कि जिसे जेल भिजवाया उससे बिना नाम पता पूछे ही पुलिस ने भी अरसद मानकर उसे जेल भेजा दिया। दरअसल पूरा कारनामा कटनी जिले से समाने आया जहां कैमोर निवासी शेख अजहर मंसूरी ने एसपी कार्यालय पहुंचकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को मामले की शिकायत दर्ज करवाई और पूरे प्रकरण से अवगत करवाते हुए घटना में दोषी आरोपियों सहित पुलिस वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित शेख अजहर मंसूरी ने बताया कि मैं चाय पीकर घर लौट रहा था तभी चमन चौराहे से उसे पप्पू शर्मा, निलेश रजक, रज्जाक, बल्ला संतोष केवट सहित अन्य लोगों ने मुझे अरसद बोलकर जबरन बाइक में उठा ले गए और एनटीआरटी में उसकी लाठी डंडे से बेदम पिटाई शुरूकर दी। मै बोलता रहा मै अरसद नहीं अजहर हूं लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी और पिटाई करते रहे। उसके बाद थाने लेकर गए और उसके ऊपर अरसद के नाम से 151 की कार्रवाई करते हुए तहसीलदार के आदेश से जेल भिजवा दिया गया। मै पुलिस वालों से लेकर मेरा स्वास्थ्य परीक्षण करने वाले डॉक्टर और सभी से बोलता रहा मै अजहर नहीं अरसद हूं….. लेकिन किसी ने मेरी एक न सुनी। अब जब मैं जेल से बाहर आया तो घरवालों ने बताया तुझे मारने के लिए लोग घर के पास घूम रहे है इसलिए मैं अब सभी की शिकायत करने आया हूं।
हालांकि संतोष केवट ने बताया कि महिला से छेड़छाड़ के चलते हम लोगों ने उसे पकड़ कर कैमोर थाने ले जाकर पुलिस को सौंपा था। उसका नाम अज़हर या अरसद हमे नहीं मालूम था। इस अजब-गजब मामले को सुनकर तो कटनी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार डेहरिया का भी माथा घूम गया और उन्हें मामले की पूरे तथ्यात्मक जानकारी एकत्रित करवाई है और इसकी जांच थाने स्तर में करवाने की भी बात कही है। मजे की बात तो ये है जिस थाना प्रभारी को अरसद और अजहर में अंतर न दिखा उसे ही मामले की जांच करने को कहा गया है। फिलहाल देखना ये है इस मामले में क्या कुछ कार्रवाई होगी।

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Author: RashtraRakshak

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