????क्या ऐसे बढ़ेगी बेटी????
स्कूल पढ़ने आई बच्चियां कर रही टॉयलेट की सफाई, अतिथि शिक्षिका खड़े होकर बच्चियों से करवा रही टॉयलेट साफ, स्कूल में शिक्षकों की मनमानी का शर्मसार कर देने वाला वीडियो हुआ वायरल, देखें वीडियो
कटनी। प्रदेश सरकार, प्रदेश के सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में निवास करने वाली बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए आए दिन बड़े-बड़े दावे करती दिखाई देती है। लेकिन प्रदेश सरकार के यह दावे जमीनी स्तर पर कितने कारगर हैं उसके प्रत्यक्ष प्रमाण को दर्शाता यह वीडियो चीख चीख कर बालिका शिक्षा और बालिका सुरक्षा की गवाही दे रहा है। शासन स्तर पर भले ही कितने भी प्रयास किए जाएं लेकिन जब जमीनी स्तर पर तैनात रहने वाले शिक्षक और कर्मचारी व्यवस्था को सुधारने अपनी तरफ से कोई सक्रिय कदम नहीं उठाते तो फिर ऐसी योजनाओं का कोई लाभ नहीं।
सोशल मीडिया में वायरल हो रहा यह वीडियो रीठी तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम बिरुहली स्थित शासकीय स्कूल का बताया जा रहा है। यहां पर तैनात अतिथि शिक्षिका महोदया खुद खड़ी होकर स्कूल में पढ़ने के लिए आई मासूम बच्चियों से टॉयलेट की सफाई कराती दिख रही हैं। शिक्षकों का यह कृत्य उनकी सोच को भी दर्शाता है। बच्चों के साथ इस तरह का बर्ताव किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं कहा जा सकता।
यह है मामला
सूत्र बताते हैं कि ग्राम बिरुहली स्थित शासकीय स्कूल में कुछ दिन पहले ही बच्चियों को मुर्गा बनाकर यातनाएं देने का वीडियो वायरल हुआ था। बच्चियों को मुर्गा बनाए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद अब यह नया वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें अतिथि शिक्षक की मौजूदगी में स्कूल की बच्चियां स्कूल के ड्रेस में टॉयलेट साफ करती दिखाई दे रही हैं। बच्चियां न केवल बच्चों के लिए बनाए गए टॉयलेट को साफ कर रही हैं, बल्कि स्कूल स्टाफ के लिए जो अलग से टॉयलेट बना हुआ है उसकी भी सफाई कर रही हैं।
विभागीय ढील से हौसले बुलंद
जिले के विभिन्न शासकीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों को शासन द्वारा बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए भारी भरकम वेतन प्रदान किया जाता है। शिक्षकों पर निगरानी रखने के लिए जिला स्तर से लेकर संभाग स्तर तक विभिन्न अधिकारी भी मौजूद हैं लेकिन इतना सब होने के बावजूद शासकीय स्कूलों की दशा सुधरने के बजाय हमेशा बिगड़ी हुई ही नजर आती है। शिक्षा विभाग में विभागीय अधिकारियों की मनमानी और शिक्षकों की नेतागिरी जिस तरह हावी है वह जिले के किसी भी व्यक्ति से छिपी नहीं है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का ही नतीजा है कि शासकीय स्कूल में तैनात शिक्षक खुलेआम मनमानी करते आए दिन दिखाई पड़ते हैं। अब यदि शिक्षक ही अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ कर इस तरह का रवैया अपनाएंगे तो फिर इनसे भविष्य के निर्माण की उम्मीद रखना बे मायने हैं।
इनका कहना है
इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वी पाल सिंह ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है जिसकी जांच कराई जा रही है जांच के आधार पर ही एक-दो दिन के अंदर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
????क्या ऐसे बढ़ेगी बेटी????
स्कूल पढ़ने आई बच्चियां कर रही टॉयलेट की सफाई, अतिथि शिक्षिका खड़े होकर बच्चियों से करवा रही टॉयलेट साफ, स्कूल में शिक्षकों की मनमानी का शर्मसार कर देने वाला वीडियो हुआ वायरल, देखें वीडियो
कटनी। प्रदेश सरकार, प्रदेश के सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में निवास करने वाली बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए आए दिन बड़े-बड़े दावे करती दिखाई देती है। लेकिन प्रदेश सरकार के यह दावे जमीनी स्तर पर कितने कारगर हैं उसके प्रत्यक्ष प्रमाण को दर्शाता यह वीडियो चीख चीख कर बालिका शिक्षा और बालिका सुरक्षा की गवाही दे रहा है। शासन स्तर पर भले ही कितने भी प्रयास किए जाएं लेकिन जब जमीनी स्तर पर तैनात रहने वाले शिक्षक और कर्मचारी व्यवस्था को सुधारने अपनी तरफ से कोई सक्रिय कदम नहीं उठाते तो फिर ऐसी योजनाओं का कोई लाभ नहीं।
सोशल मीडिया में वायरल हो रहा यह वीडियो रीठी तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम बिरुहली स्थित शासकीय स्कूल का बताया जा रहा है। यहां पर तैनात अतिथि शिक्षिका महोदया खुद खड़ी होकर स्कूल में पढ़ने के लिए आई मासूम बच्चियों से टॉयलेट की सफाई कराती दिख रही हैं। शिक्षकों का यह कृत्य उनकी सोच को भी दर्शाता है। बच्चों के साथ इस तरह का बर्ताव किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं कहा जा सकता।
यह है मामला
सूत्र बताते हैं कि ग्राम बिरुहली स्थित शासकीय स्कूल में कुछ दिन पहले ही बच्चियों को मुर्गा बनाकर यातनाएं देने का वीडियो वायरल हुआ था। बच्चियों को मुर्गा बनाए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद अब यह नया वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें अतिथि शिक्षक की मौजूदगी में स्कूल की बच्चियां स्कूल के ड्रेस में टॉयलेट साफ करती दिखाई दे रही हैं। बच्चियां न केवल बच्चों के लिए बनाए गए टॉयलेट को साफ कर रही हैं, बल्कि स्कूल स्टाफ के लिए जो अलग से टॉयलेट बना हुआ है उसकी भी सफाई कर रही हैं।
विभागीय ढील से हौसले बुलंद
जिले के विभिन्न शासकीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों को शासन द्वारा बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए भारी भरकम वेतन प्रदान किया जाता है। शिक्षकों पर निगरानी रखने के लिए जिला स्तर से लेकर संभाग स्तर तक विभिन्न अधिकारी भी मौजूद हैं लेकिन इतना सब होने के बावजूद शासकीय स्कूलों की दशा सुधरने के बजाय हमेशा बिगड़ी हुई ही नजर आती है। शिक्षा विभाग में विभागीय अधिकारियों की मनमानी और शिक्षकों की नेतागिरी जिस तरह हावी है वह जिले के किसी भी व्यक्ति से छिपी नहीं है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का ही नतीजा है कि शासकीय स्कूल में तैनात शिक्षक खुलेआम मनमानी करते आए दिन दिखाई पड़ते हैं। अब यदि शिक्षक ही अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ कर इस तरह का रवैया अपनाएंगे तो फिर इनसे भविष्य के निर्माण की उम्मीद रखना बे मायने हैं।
इनका कहना है
इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वी पाल सिंह ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है जिसकी जांच कराई जा रही है जांच के आधार पर ही एक-दो दिन के अंदर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।