अस्पताल की खिड़की से कूद कर विचाराधीन कैदी हुआ फरार, निगरानी में तैनात 4 पुलिसकर्मी पर हुई कार्रवाई, डेंगू पीड़ित होने पर कटनी से रेफर कर जबलपुर भेजा गया था कैदी
कटनी। दहेज उत्पीडन के मामले में दो साल से जिला जेल कटनी में बंद आरोपी सोमवार को जबलपुर के मेडिकल अस्पताल से टायलेट की खिडकी से कूदकर फरार हो गया। उसे डेंगू होने के कारण कटनी से रेफर कर जबलपुर भेजा गया था। पुलिस प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार दहेज उत्पीडन और मरने के लिए विवश करने के आरोप में स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के राखी निवासी संतू भूमिया को 2022 में गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल कटनी भेजा गया था। बीमार होने पर उसे जिला अस्पताल कटनी में भर्ती किया गया। डेंगू की पुष्टि होने पर उसे मेडिकल अस्पताल जबलपुर रेफर कर दिया गया था। इलाज के दौरान सोमवार शाम को वह फरार हो गया। जेल अधीक्षक प्रभात चतुर्वेदी ने बताया कि संतू पर दहेज उत्पीडन का मामला विचाराधीन है।

आरक्षक था तैनात
बंदी की सुरक्षा के लिए कटनी पुलिस लाइंस में पदस्थ आरक्षक अमित सिंह को तैनात किया गया था। सोमवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे संतू ने बाथरूम जाने की बात कही। उसे टॉयलेट भेजा गया। वह आपताकालीन खिडकी से भाग निकला। काफी देर तक जब संतू बाहर नहीं आया, तो आरक्षक ने दरवाजा खोला। संतू को गायब देख उसके होश उड़ गए। उसने अस्पताल परिसर में उसकी तलाश की, लेकिन जब उसका पता नहीं चला, तो गढ़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इधर कटनी पुलिस संतू के परिजन और बंदी को जिला अस्पताल से जबलपुर मेडिकल के लिए रेफर किया गया था, जिसे लेकर लाइन का बल गया था। बंदी किन परिस्थितियों में और कैसे भागा, इसकी जानकारी पुलिस के द्वारा जुटाई जा रही है।
चार पुलिस कर्मियों पर गिरी गाज
विचाराधीन कैदी के अस्पताल से फरार हो जाने के मामले में पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने उसकी निगरानी में तैनात एक प्रधान आरक्षक सहित तीन आरक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। फरार हुए कैदी की पुलिस सर गर्मी से तलाश कर रही है।
अस्पताल की खिड़की से कूद कर विचाराधीन कैदी हुआ फरार, निगरानी में तैनात 4 पुलिसकर्मी पर हुई कार्रवाई, डेंगू पीड़ित होने पर कटनी से रेफर कर जबलपुर भेजा गया था कैदी
कटनी। दहेज उत्पीडन के मामले में दो साल से जिला जेल कटनी में बंद आरोपी सोमवार को जबलपुर के मेडिकल अस्पताल से टायलेट की खिडकी से कूदकर फरार हो गया। उसे डेंगू होने के कारण कटनी से रेफर कर जबलपुर भेजा गया था। पुलिस प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार दहेज उत्पीडन और मरने के लिए विवश करने के आरोप में स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के राखी निवासी संतू भूमिया को 2022 में गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल कटनी भेजा गया था। बीमार होने पर उसे जिला अस्पताल कटनी में भर्ती किया गया। डेंगू की पुष्टि होने पर उसे मेडिकल अस्पताल जबलपुर रेफर कर दिया गया था। इलाज के दौरान सोमवार शाम को वह फरार हो गया। जेल अधीक्षक प्रभात चतुर्वेदी ने बताया कि संतू पर दहेज उत्पीडन का मामला विचाराधीन है।
आरक्षक था तैनात
बंदी की सुरक्षा के लिए कटनी पुलिस लाइंस में पदस्थ आरक्षक अमित सिंह को तैनात किया गया था। सोमवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे संतू ने बाथरूम जाने की बात कही। उसे टॉयलेट भेजा गया। वह आपताकालीन खिडकी से भाग निकला। काफी देर तक जब संतू बाहर नहीं आया, तो आरक्षक ने दरवाजा खोला। संतू को गायब देख उसके होश उड़ गए। उसने अस्पताल परिसर में उसकी तलाश की, लेकिन जब उसका पता नहीं चला, तो गढ़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इधर कटनी पुलिस संतू के परिजन और बंदी को जिला अस्पताल से जबलपुर मेडिकल के लिए रेफर किया गया था, जिसे लेकर लाइन का बल गया था। बंदी किन परिस्थितियों में और कैसे भागा, इसकी जानकारी पुलिस के द्वारा जुटाई जा रही है।
चार पुलिस कर्मियों पर गिरी गाज
विचाराधीन कैदी के अस्पताल से फरार हो जाने के मामले में पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने उसकी निगरानी में तैनात एक प्रधान आरक्षक सहित तीन आरक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। फरार हुए कैदी की पुलिस सर गर्मी से तलाश कर रही है।
