????दाल में काला है????
जिला पंचायत सीईओ के आदेश की उड़ रही धज्जियां, विवादित सचिव से वित्तीय प्रभार लेकर रोजगार सहायक को देने के आदेश का पालन नहीं करा रहे कटनी जनपद के जिम्मेदार अधिकारी, 10 दिन बाद भी आदेश पर नहीं हो सका अमल, मिली भगत की चर्चाएं सरगर्म
कटनी। कटनी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत इमलिया के सचिव पर ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत पंचायत के उप सरपंच एवं स्थानीय लोगों के द्वारा जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी से लिखित तौर पर की गई । जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ श्री गेमावत ने विगत 3 अक्टूबर को इमलिया ग्राम पंचायत के सचिव इंद्र कुमार पटेल से वित्तीय अधिकार छीनकर ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक राजेश राय को प्रदान किए जाने के आदेश जारी किए। जिला पंचायत सीईओ द्वारा वित्तीय अधिकार बदलने के आदेश जारी किए 10 दिन बीत चुके हैं लेकिन आज तक इस आदेश पर जनपद पंचायत के अधिकारी अमल नहीं करा पाए हैं। वित्तीय अधिकार सचिव से लेकर ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक को प्रदान किए जाने के मामले में जनपद पंचायत के अधिकारियों द्वारा बरती जा रही लापरवाही चर्चा का विषय बनी हुई है। चर्चा तो यह भी है कि जनपद पंचायत के अधिकारियों द्वारा वित्तीय प्रभार सचिव से ना लेकर उसे भ्रष्टाचार के मामलों में लीपा पोती करने का पर्याप्त अवसर प्रदान किया जा रहा है।
यह लग चुके आरोप
ग्राम पंचायत इमलिया के सचिव इंद्र कुमार पटेल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए पंचायत के उप सरपंच सुरेश प्रसाद गर्ग एवं कमलेश प्रसाद गर्ग के द्वारा जिला पंचायत सीईओ को एक लिखित शिकायत दी गई थी। जिसमें उनके द्वारा शिकायत करते हुए यह कहा गया था कि 15वें वित से नाली निर्माण की 2 लाख की राशि स्वीकृत कराई गई थी। सचिव एवं सरपंच पति के द्वारा कार्य क्रमांक 9 में पुरानी नाली में सीमेंट की पुताई मात्रा की गई है जिसकी राशि का गबन कर लिया गया है। इसका मूल्यांकन कब हुआ उसकी भी जानकारी नहीं है। इसके अलावा और भी कई तरह के पंचायत में निर्माण कार्यों को लेकर भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत हो चुकी है।

चार्ज देने में लापरवाही
सूत्र बताते हैं की मुख्य कार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत ने 3/10/24 को रोजगार सहायक राजेश राय को सचिवीय/वित्तीय चार्जे देने का आदेश पत्र जारी किया था, परन्तु आज तक सचिव इंद्र कुमार् पटेल के द्वारा रोजगार सहायक को चार्जे नही दिया गया और न ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कटनी प्रदीप सिंह के द्वारा इंद्र कुमार पटेल पर चार्जे न देने को लेकर कीसी तरह की कार्यवाही की गयी। इससे साफ प्रतित होता है की अनेको अनियमितताओं की शिकायत के बावजूद भी जनपद सीईओ द्वारा इंद्र कुमार पटेल को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ इसी तरह के गठजोड़ के कारण पंचायत में होने वाले भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पाता। भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे सचिव जहां चार्ज न दिए जाने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार बताते हैं, वहीं अधिकारी इसका ठीकरा रोजगार सहायक पर फोड़ कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर लेते हैं। लेकिन इस मामले को लेकर दिए जाने वाले गोलमोल जवाब से यह स्पष्ट करते हैं कि कहीं ना कहीं दाल में कुछ काला है।
इनका कहना है
इस मामले को लेकर ग्राम पंचायत इमलिया सचिव इंद्र कुमार पटेल ने कहा कि मुझे अभी तक जनपद पंचायत के द्वारा चार्ज देने के लिए नहीं कहा गया है। मेरे तरफ से कोई आपत्ति नहीं है। विभागीय अधिकारी जैसा कहेंगे मैं वैसा करने को तैयार हूं।
नहीं आया रोजगार सहायक
वही इस मामले को लेकर जनपद पंचायत सीईओ प्रदीप सिंह ने कहा कि वित्तीय चार्ज प्रदान करने के आदेश जारी हुए हैं लेकिन अभी तक रोजगार सहायक राजेश राय ने चार्ज लेने में रुचि नहीं दिखाई है। इसी वजह से चार्ज दिया नहीं जा सका है।
????दाल में काला है????
जिला पंचायत सीईओ के आदेश की उड़ रही धज्जियां, विवादित सचिव से वित्तीय प्रभार लेकर रोजगार सहायक को देने के आदेश का पालन नहीं करा रहे कटनी जनपद के जिम्मेदार अधिकारी, 10 दिन बाद भी आदेश पर नहीं हो सका अमल, मिली भगत की चर्चाएं सरगर्म
कटनी। कटनी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत इमलिया के सचिव पर ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत पंचायत के उप सरपंच एवं स्थानीय लोगों के द्वारा जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी से लिखित तौर पर की गई । जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ श्री गेमावत ने विगत 3 अक्टूबर को इमलिया ग्राम पंचायत के सचिव इंद्र कुमार पटेल से वित्तीय अधिकार छीनकर ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक राजेश राय को प्रदान किए जाने के आदेश जारी किए। जिला पंचायत सीईओ द्वारा वित्तीय अधिकार बदलने के आदेश जारी किए 10 दिन बीत चुके हैं लेकिन आज तक इस आदेश पर जनपद पंचायत के अधिकारी अमल नहीं करा पाए हैं। वित्तीय अधिकार सचिव से लेकर ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक को प्रदान किए जाने के मामले में जनपद पंचायत के अधिकारियों द्वारा बरती जा रही लापरवाही चर्चा का विषय बनी हुई है। चर्चा तो यह भी है कि जनपद पंचायत के अधिकारियों द्वारा वित्तीय प्रभार सचिव से ना लेकर उसे भ्रष्टाचार के मामलों में लीपा पोती करने का पर्याप्त अवसर प्रदान किया जा रहा है।
यह लग चुके आरोप
ग्राम पंचायत इमलिया के सचिव इंद्र कुमार पटेल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए पंचायत के उप सरपंच सुरेश प्रसाद गर्ग एवं कमलेश प्रसाद गर्ग के द्वारा जिला पंचायत सीईओ को एक लिखित शिकायत दी गई थी। जिसमें उनके द्वारा शिकायत करते हुए यह कहा गया था कि 15वें वित से नाली निर्माण की 2 लाख की राशि स्वीकृत कराई गई थी। सचिव एवं सरपंच पति के द्वारा कार्य क्रमांक 9 में पुरानी नाली में सीमेंट की पुताई मात्रा की गई है जिसकी राशि का गबन कर लिया गया है। इसका मूल्यांकन कब हुआ उसकी भी जानकारी नहीं है। इसके अलावा और भी कई तरह के पंचायत में निर्माण कार्यों को लेकर भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत हो चुकी है।
चार्ज देने में लापरवाही
सूत्र बताते हैं की मुख्य कार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत ने 3/10/24 को रोजगार सहायक राजेश राय को सचिवीय/वित्तीय चार्जे देने का आदेश पत्र जारी किया था, परन्तु आज तक सचिव इंद्र कुमार् पटेल के द्वारा रोजगार सहायक को चार्जे नही दिया गया और न ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कटनी प्रदीप सिंह के द्वारा इंद्र कुमार पटेल पर चार्जे न देने को लेकर कीसी तरह की कार्यवाही की गयी। इससे साफ प्रतित होता है की अनेको अनियमितताओं की शिकायत के बावजूद भी जनपद सीईओ द्वारा इंद्र कुमार पटेल को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ इसी तरह के गठजोड़ के कारण पंचायत में होने वाले भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पाता। भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे सचिव जहां चार्ज न दिए जाने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार बताते हैं, वहीं अधिकारी इसका ठीकरा रोजगार सहायक पर फोड़ कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर लेते हैं। लेकिन इस मामले को लेकर दिए जाने वाले गोलमोल जवाब से यह स्पष्ट करते हैं कि कहीं ना कहीं दाल में कुछ काला है।
इनका कहना है
इस मामले को लेकर ग्राम पंचायत इमलिया सचिव इंद्र कुमार पटेल ने कहा कि मुझे अभी तक जनपद पंचायत के द्वारा चार्ज देने के लिए नहीं कहा गया है। मेरे तरफ से कोई आपत्ति नहीं है। विभागीय अधिकारी जैसा कहेंगे मैं वैसा करने को तैयार हूं।
नहीं आया रोजगार सहायक
वही इस मामले को लेकर जनपद पंचायत सीईओ प्रदीप सिंह ने कहा कि वित्तीय चार्ज प्रदान करने के आदेश जारी हुए हैं लेकिन अभी तक रोजगार सहायक राजेश राय ने चार्ज लेने में रुचि नहीं दिखाई है। इसी वजह से चार्ज दिया नहीं जा सका है।
