?मानवता?
पुलिसकर्मी नहीं दिखाते सक्रियता तो कहां जाती शिवन्या, सड़क पर अकेली भटक रही थी 9 वर्षीय मासूम बच्ची, जुहला चौकी पुलिस के प्रयासों से सुरक्षित पहुंची परिजनों के पास

कटनी। सड़क पर रोती बिलखती एक मासूम सी बच्ची को देख पुलिसकर्मी सारी स्थिति भांप गए और तत्काल बच्ची को अपने पास सुरक्षित बैठा लिया। अगर पुलिसकर्मी जरा भी लापरवाही बरतते तो पता नहीं क्या होता मासूम शिवन्या का। जुहला पुलिस की सक्रियता के कारण मासूम बच्ची सुरक्षित अपने परिवार वालों के पास पहुंच गए।
दरअसल हुआ यूं कि बड़वारा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम निगहरा निवासी 9 वर्षीय शिवन्या चौधरी पिता नंदलाल चौधरी कक्षा तीसरी का पेपर देने खिरहनी स्थित शासकीय प्राथमिक स्कूल में पिता के साथ परीक्षा देने आई थी। बच्ची को स्कूल छोड़ने के बाद पिता अपने काम से गैतरा चला गया और बेटी को समझा गया कि मेरे आने तक रुकना। 3 बजे पेपर खत्म होने के बाद बेटी बाहर निकली और पिता को ढूंढने लगी। कुछ देर बाद वह अपनी सहेली के साथ पैदल ही जुहला तक पहुंच गई। सहेली के जुहला स्थित घर चले जाने के बाद वह रोती हुई पैदल बड़वारा की तरफ जाने को निकल पड़ी। सड़क पर अकेली बच्ची को रोते देख जूहला चौकी प्रभारी मोनिका खडसे और एएसआई शशि भूषण दुबे ने परिस्थिति को भांप लिया और तत्काल बच्ची के पास जा पहुंचे। किसी तरह रोती हुई बच्ची को समझा बूझकर उसके घर वालों का पता पूछा और काफी मशक्कत के बाद बच्ची ने अपने पिता के विषय में जानकारी दी। मौजूद पुलिस कर्मियों ने किसी तरह गांव के लोगों से संपर्क कर पिता का मोबाइल नंबर निकाला और उससे संपर्क किया। पिता को तत्काल चौकी बुलाया गया और मासूम बच्ची को पुरी जांच पड़ताल करने के बाद पिता के सुपुर्द किया गया। बेटी को वापस सुरक्षित पाकर पिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वह बार-बार हाथ जोड़कर मौजूद पुलिसकर्मियों का आभार व्यक्त करता नजर आया।