कलेक्टर श्री यादव नें की नगर निगम के निर्माण एवं विकास कार्याे की समीक्षा, तय समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य करानें की दी नसीहत

कटनी। कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने शहर विकास की दृष्टि से नगर निगम द्वारा नागरिकों को विकासकार्याे के माध्यम से जनसुविधांए मुहैया कराने हेतु शासन द्वारा संचालित अमृत-1 और अमृत -2 के कार्याे की योजनावार समीक्षा की। कलेक्टर ने संविदाकारों से तय समय-सीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करानें के निर्देश नगर निगम आयुक्त को दिए। कलेक्टर ने बरही, कैमोर और विजयराघवगढ़ नगर पंचायतों के भी कार्याे की समीक्षा की। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ शिशिर गेमावत मौजूद रहे।
अमृत-1.0 योजना के क्रियान्वयन की धीमी गति
कलेक्टर श्री यादव को अमृत -1.0 परियोजना की समीक्षा के दौरान पता चला कि प्रोजेक्ट के तहत संचालित सभी कार्याे की भौतिक प्रगति करीब 49 फीसदी है। कलेक्टर ने इसकी कार्य की गति बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि अमृत -1.0 प्रोजेक्ट को पूर्ण करने की तिथि जहां पहले 20 सितंबर 2024 थी। उस अवधि में संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास से 20 सितंबर 2025 तक की समय वृद्धि करने की अनुशंसा की गई है। योजना के तहत प्रगतिरत सीवरेज प्रोजेक्ट के घटकों क्रमशः पाइपलाइन विस्तार, मेनहोल, सीवरेज, ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण के कार्याे को कलेक्टर श्री यादव ने साप्ताहिक लक्ष्य निर्धारित कर करानें और नियमित समीक्षा के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री यादव द्वारा हाउस सर्विस कनेक्शन करना ठेकेदार के स्कोप ऑफ वर्क के संबंध में जानकारी चाहे जाने पर बताया गया कि प्रत्येक घर के आउटलेट को गली ट्रैप के माध्यम से हाउस कनेक्शन ठेकेदार द्वारा ही प्रदान किया जाना है।
अमृत – 2.0 के कार्य
कलेक्टर को बैठक में बताया गया कि अमृत 2.0 योजना के तहत नगर निगम क्षेत्र में स्वीकृत तीन परियोजनाओं क्रमशः वाटर बाड़ी, रिजूवेनेशन, वाटर सप्लाई एवं सीवरेज प्रोजेक्ट की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान पता चला कि कटनी नदी पर निर्मित मोहन घाट एवं मसुरहा घाट में घाट रेनोवेशन, स्टोन पिचिंग, घाट गहरीकरण, पाथ वे एवं प्लांटेशन का कार्य प्रगतिरत है जिसमें से मोहन घाट में कार्य की भौतिक प्रगति मात्र 35.44 फीसदी और मसुरहा घाट की भौतिक प्रगति 30 प्रतिशत है। जबकि इस कार्य के पूर्ण होने की समय-सीमा 31 दिसंबर 2024 है। कलेक्टर ने कहा कि इन कार्याे की गति को बढ़ाया जाए ताकि समय-सीमा मे संबंधित कार्याे को संपादित किया जा सके।
बैठक में बताया गया कि अमृत 2-0 योजना के तहत वाटर सप्लाई एवं सीवरेज प्रोजेक्ट के संबंध में एक सप्ताह के भीतर निविदा जारी कर दी जाएगी। यह भी बताया गया कि सीवरेज प्रोजेक्ट हेतु संपूर्ण शहर के लिए 73 करोड़ रूपये की डी.पी.आर तैयार की गई थी लेकिन राज्य स्तरीय तकनीकी समिति से 35 करोड़ 95 लाख रूपये की डी.पी.आर का अनुमोदन ही प्राप्त हुआ है जिससे शहर के 4 वार्डाे क्रमशः 13,14,17 एवं 18 के विभिन्न क्षेत्रों में पाइपलाइन विस्तार, मेनहोल, 6 डस्क क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट 6 हजार 827 हाउस सर्विस कनेक्शन प्रदान करने का प्रावधान शामिल है।
कलेक्टर श्री यादव ने नगर पंचायत कैमोर, बरही और विजयराघवगढ़ के पार्क निर्माण, सौदर्यीकरण और वाटर सप्लाई योजना सहित वाटर बॉडी रिज्यूविजीनेशन कार्याे की भी समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। बैठक के दौरान आयुक्त नीलेश दुबे, उपायुक्त पवन कुमार अहिरवार, कैमौर के सीएमओ धर्मेन्द्र शर्मा और कार्यपालन यंत्री सुधीर मिश्रा, सहायक यंत्री सुनील सिंह, अनिल जायसवाल, उपयंत्री मृदुल श्रीवास्तव, मोना करेरा सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी रही।
कलेक्टर श्री यादव नें की नगर निगम के निर्माण एवं विकास कार्याे की समीक्षा, तय समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य करानें की दी नसीहत
कटनी। कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने शहर विकास की दृष्टि से नगर निगम द्वारा नागरिकों को विकासकार्याे के माध्यम से जनसुविधांए मुहैया कराने हेतु शासन द्वारा संचालित अमृत-1 और अमृत -2 के कार्याे की योजनावार समीक्षा की। कलेक्टर ने संविदाकारों से तय समय-सीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करानें के निर्देश नगर निगम आयुक्त को दिए। कलेक्टर ने बरही, कैमोर और विजयराघवगढ़ नगर पंचायतों के भी कार्याे की समीक्षा की। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ शिशिर गेमावत मौजूद रहे।
अमृत-1.0 योजना के क्रियान्वयन की धीमी गति
कलेक्टर श्री यादव को अमृत -1.0 परियोजना की समीक्षा के दौरान पता चला कि प्रोजेक्ट के तहत संचालित सभी कार्याे की भौतिक प्रगति करीब 49 फीसदी है। कलेक्टर ने इसकी कार्य की गति बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि अमृत -1.0 प्रोजेक्ट को पूर्ण करने की तिथि जहां पहले 20 सितंबर 2024 थी। उस अवधि में संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास से 20 सितंबर 2025 तक की समय वृद्धि करने की अनुशंसा की गई है। योजना के तहत प्रगतिरत सीवरेज प्रोजेक्ट के घटकों क्रमशः पाइपलाइन विस्तार, मेनहोल, सीवरेज, ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण के कार्याे को कलेक्टर श्री यादव ने साप्ताहिक लक्ष्य निर्धारित कर करानें और नियमित समीक्षा के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री यादव द्वारा हाउस सर्विस कनेक्शन करना ठेकेदार के स्कोप ऑफ वर्क के संबंध में जानकारी चाहे जाने पर बताया गया कि प्रत्येक घर के आउटलेट को गली ट्रैप के माध्यम से हाउस कनेक्शन ठेकेदार द्वारा ही प्रदान किया जाना है।
अमृत – 2.0 के कार्य
कलेक्टर को बैठक में बताया गया कि अमृत 2.0 योजना के तहत नगर निगम क्षेत्र में स्वीकृत तीन परियोजनाओं क्रमशः वाटर बाड़ी, रिजूवेनेशन, वाटर सप्लाई एवं सीवरेज प्रोजेक्ट की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान पता चला कि कटनी नदी पर निर्मित मोहन घाट एवं मसुरहा घाट में घाट रेनोवेशन, स्टोन पिचिंग, घाट गहरीकरण, पाथ वे एवं प्लांटेशन का कार्य प्रगतिरत है जिसमें से मोहन घाट में कार्य की भौतिक प्रगति मात्र 35.44 फीसदी और मसुरहा घाट की भौतिक प्रगति 30 प्रतिशत है। जबकि इस कार्य के पूर्ण होने की समय-सीमा 31 दिसंबर 2024 है। कलेक्टर ने कहा कि इन कार्याे की गति को बढ़ाया जाए ताकि समय-सीमा मे संबंधित कार्याे को संपादित किया जा सके।
बैठक में बताया गया कि अमृत 2-0 योजना के तहत वाटर सप्लाई एवं सीवरेज प्रोजेक्ट के संबंध में एक सप्ताह के भीतर निविदा जारी कर दी जाएगी। यह भी बताया गया कि सीवरेज प्रोजेक्ट हेतु संपूर्ण शहर के लिए 73 करोड़ रूपये की डी.पी.आर तैयार की गई थी लेकिन राज्य स्तरीय तकनीकी समिति से 35 करोड़ 95 लाख रूपये की डी.पी.आर का अनुमोदन ही प्राप्त हुआ है जिससे शहर के 4 वार्डाे क्रमशः 13,14,17 एवं 18 के विभिन्न क्षेत्रों में पाइपलाइन विस्तार, मेनहोल, 6 डस्क क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट 6 हजार 827 हाउस सर्विस कनेक्शन प्रदान करने का प्रावधान शामिल है।
कलेक्टर श्री यादव ने नगर पंचायत कैमोर, बरही और विजयराघवगढ़ के पार्क निर्माण, सौदर्यीकरण और वाटर सप्लाई योजना सहित वाटर बॉडी रिज्यूविजीनेशन कार्याे की भी समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। बैठक के दौरान आयुक्त नीलेश दुबे, उपायुक्त पवन कुमार अहिरवार, कैमौर के सीएमओ धर्मेन्द्र शर्मा और कार्यपालन यंत्री सुधीर मिश्रा, सहायक यंत्री सुनील सिंह, अनिल जायसवाल, उपयंत्री मृदुल श्रीवास्तव, मोना करेरा सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी रही।