????रहस्य बरकरार????
बेटे का कत्ल कर खुद को गोली मारने वाले मामले की नहीं सुलझी गुत्थी, घटना के बाद दहल उठी थी कटनी, 4 माह बीते अब तक नहीं सामने आया सच, पुलिस की जांच में उलझा मामला, चर्चाएं सरगर्म

कटनी(सुजीत सिंह)। लगभग 4 माह पूर्व सितंबर के महीने में कोतवाली थाना क्षेत्र के नई बस्ती में हुई एक घटना के बाद पूरा शहर दहल उठा था। घटना में एक पिता ने अपने मासूम बेटे की पहले गोली मारकर हत्या की और उसके बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। घटना के बाद परिवार के कर्ज तले दबे होने की कहानी सामने आई थी। 4 सितंबर 2024 की सुबह लगभग 10 बजे हुई इस घटना की गुत्थी आज भी कटनी पुलिस सुलझा नहीं सकी है। निर्मम हत्याकांड की गुत्थी न सुलझ पाने के कारण चर्चाओं का बाजार सरगम है। इस मामले को लेकर कटनी पुलिस की कार्यशैली को भी लोग कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। सवाल तो यह है कि जो कटनी पुलिस गंभीर से गंभीर अपराधों, चाहे वे कटनी के हो या फिर किसी दूसरे जिले के उन्हें सुलझाने में देर नहीं लगाती वह कटनी पुलिस इस गंभीर मामले को सुलझाने में इतनी देर क्यों कर रही है। यही देरी शहर वासियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
यह था घटना क्रम
4 सितंबर की सुबह लगभग 10 बजे कोतवाली थाना क्षेत्र के जगमोहन दास वार्ड में कर्ज के बोझ के तले दबे स्टांप वेंडर 35 वर्षीय मयंक अग्रहरि ने अपने 6 वर्षीय बेटे शुभम अग्रहरी के सिर में पिस्टल से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद पत्नी मानवी अग्रहरि पर भी फायरिंग की, जिसमें पत्नी बाल बाल बच गई। मयंक ने इस घटनाक्रम के बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। घटनाक्रम में पिता पुत्र की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। पिछले चार माह में पुलिस अब तक यह तय नहीं कर सकी है की हत्या और आत्महत्या का कारण क्या रहा। कोई मयंक पर बड़ा कर्ज होना बताता है तो कोई क्रिकेट सटोरिए से संबंध को लेकर घटना घटित होने की बात कहता है।
????रहस्य बरकरार????
बेटे का कत्ल कर खुद को गोली मारने वाले मामले की नहीं सुलझी गुत्थी, घटना के बाद दहल उठी थी कटनी, 4 माह बीते अब तक नहीं सामने आया सच, पुलिस की जांच में उलझा मामला, चर्चाएं सरगर्म
कटनी(सुजीत सिंह)। लगभग 4 माह पूर्व सितंबर के महीने में कोतवाली थाना क्षेत्र के नई बस्ती में हुई एक घटना के बाद पूरा शहर दहल उठा था। घटना में एक पिता ने अपने मासूम बेटे की पहले गोली मारकर हत्या की और उसके बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। घटना के बाद परिवार के कर्ज तले दबे होने की कहानी सामने आई थी। 4 सितंबर 2024 की सुबह लगभग 10 बजे हुई इस घटना की गुत्थी आज भी कटनी पुलिस सुलझा नहीं सकी है। निर्मम हत्याकांड की गुत्थी न सुलझ पाने के कारण चर्चाओं का बाजार सरगम है। इस मामले को लेकर कटनी पुलिस की कार्यशैली को भी लोग कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। सवाल तो यह है कि जो कटनी पुलिस गंभीर से गंभीर अपराधों, चाहे वे कटनी के हो या फिर किसी दूसरे जिले के उन्हें सुलझाने में देर नहीं लगाती वह कटनी पुलिस इस गंभीर मामले को सुलझाने में इतनी देर क्यों कर रही है। यही देरी शहर वासियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
यह था घटना क्रम
4 सितंबर की सुबह लगभग 10 बजे कोतवाली थाना क्षेत्र के जगमोहन दास वार्ड में कर्ज के बोझ के तले दबे स्टांप वेंडर 35 वर्षीय मयंक अग्रहरि ने अपने 6 वर्षीय बेटे शुभम अग्रहरी के सिर में पिस्टल से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद पत्नी मानवी अग्रहरि पर भी फायरिंग की, जिसमें पत्नी बाल बाल बच गई। मयंक ने इस घटनाक्रम के बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। घटनाक्रम में पिता पुत्र की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। पिछले चार माह में पुलिस अब तक यह तय नहीं कर सकी है की हत्या और आत्महत्या का कारण क्या रहा। कोई मयंक पर बड़ा कर्ज होना बताता है तो कोई क्रिकेट सटोरिए से संबंध को लेकर घटना घटित होने की बात कहता है।