????मेहरबानी????
लोकायुक्त द्वारा रिश्वतखोरी के मामले में रंगे हाथों पकड़े गए पूर्व नान जिला प्रबंधक आज भी दे रहे सेवाएं, 3 साल बाद भी नहीं हुए सस्पेंड, कटनी में पांच बार रह चुके हैं जिला प्रबंधक नान, आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी हैं आरोप

कटनी। जिले में नान जिला प्रबंधक के तौर पर पांच बार पदस्थ रह चुके तत्कालीन जिला प्रबंधक नान संजय सिंह लगभग 3 वर्ष पूर्व 60000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए थे। पूर्व जिला प्रबंधक नान संजय सिंह के खिलाफ कटनी न्यायालय में एक परिवाद भी लगा था। जिसके बाद उनके खिलाफ माननीय न्यायालय ने एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे। पूर्व जिला प्रबंधक के ऊंचे रसूक के कारण रंगे हाथों रिश्वतखोरी के आरोप में पकड़े जाने तथा माननीय न्यायालय से एफआईआर दर्ज करने के आदेश हो जाने के बावजूद उन पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं हुई, वे आज भी दूसरे जिले में बतौर जिला प्रबंधक नान के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
यह था मामला
दिनाँक 19.05.2022 को ईश्वर रोहरा पिता श्परमानंद रोहरा, उम्र 45 वर्ष, पता- डायमंड स्कूल ने लिखित शिकायत करते हुए लोकायुक्त में कहा कि लमतरा इंडस्ट्रीयल एरिया कटनी में उनकी राईस मिल है। जिसमें वे शासकीय धान की कस्टम मिलिंग करते हैं। मार्च 2022 में म.प्र. स्टेट सिविल सप्लाई कापर्पोरेशन लिमिटेड कटनी से 20,150 क्विंटल धान की मिलिंग करने का अनुबंध किया था। जिसका पूर्णतः धान का परिवहन कर, मिलिंग कर, चावल म.प्र.स्टैट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन लिमिटेड कटनी के गोदामों में जमा किया गया। जिसका लगभग 20 लाख रूपये का बिल म.प्र.स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन लिमिटेड कटनी में भुगतान हेतु प्रस्तुत किया गया। उक्त बिल के भुगतान के संबंध में जब वे म.प्र.स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन लिमिटेड कटनी में पदस्थ जिला प्रबंधक संजय सिंह से मिला तो उससे 20 लाख रूपये के विलो के भुगतान करने के ऐवज में 3 प्रतिशत के हिसाब से 60,000 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की गई। जिला प्रबंधक संजय सिंह को रिश्वत नहीं देना चाहता हूं बल्कि उन्हें रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों पकड़वाना चाहता हू। आरोप सही पाए जाने पर संजय सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा-7 (क), के तहत अपराध पंजीवद्ध कर विवेचना में लिया गया।
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लोकायुक्त द्वारा रिश्वतखोरी के मामले में रंगे हाथों पकड़े गए पूर्व नान जिला प्रबंधक आज भी दे रहे सेवाएं, 3 साल बाद भी नहीं हुए सस्पेंड, कटनी में पांच बार रह चुके हैं जिला प्रबंधक नान, आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी हैं आरोप
कटनी। जिले में नान जिला प्रबंधक के तौर पर पांच बार पदस्थ रह चुके तत्कालीन जिला प्रबंधक नान संजय सिंह लगभग 3 वर्ष पूर्व 60000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए थे। पूर्व जिला प्रबंधक नान संजय सिंह के खिलाफ कटनी न्यायालय में एक परिवाद भी लगा था। जिसके बाद उनके खिलाफ माननीय न्यायालय ने एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे। पूर्व जिला प्रबंधक के ऊंचे रसूक के कारण रंगे हाथों रिश्वतखोरी के आरोप में पकड़े जाने तथा माननीय न्यायालय से एफआईआर दर्ज करने के आदेश हो जाने के बावजूद उन पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं हुई, वे आज भी दूसरे जिले में बतौर जिला प्रबंधक नान के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
यह था मामला
दिनाँक 19.05.2022 को ईश्वर रोहरा पिता श्परमानंद रोहरा, उम्र 45 वर्ष, पता- डायमंड स्कूल ने लिखित शिकायत करते हुए लोकायुक्त में कहा कि लमतरा इंडस्ट्रीयल एरिया कटनी में उनकी राईस मिल है। जिसमें वे शासकीय धान की कस्टम मिलिंग करते हैं। मार्च 2022 में म.प्र. स्टेट सिविल सप्लाई कापर्पोरेशन लिमिटेड कटनी से 20,150 क्विंटल धान की मिलिंग करने का अनुबंध किया था। जिसका पूर्णतः धान का परिवहन कर, मिलिंग कर, चावल म.प्र.स्टैट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन लिमिटेड कटनी के गोदामों में जमा किया गया। जिसका लगभग 20 लाख रूपये का बिल म.प्र.स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन लिमिटेड कटनी में भुगतान हेतु प्रस्तुत किया गया। उक्त बिल के भुगतान के संबंध में जब वे म.प्र.स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन लिमिटेड कटनी में पदस्थ जिला प्रबंधक संजय सिंह से मिला तो उससे 20 लाख रूपये के विलो के भुगतान करने के ऐवज में 3 प्रतिशत के हिसाब से 60,000 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की गई। जिला प्रबंधक संजय सिंह को रिश्वत नहीं देना चाहता हूं बल्कि उन्हें रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों पकड़वाना चाहता हू। आरोप सही पाए जाने पर संजय सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा-7 (क), के तहत अपराध पंजीवद्ध कर विवेचना में लिया गया।