????बड़ी खबर????
सरसवाही के जंगल में सावक के साथ मौजूद है बाघ, जंगल में लकड़ी बीनने गई महिलाओं ने देखने का किया दावा, 3 दिन से बाघ की तलाश में जंगल का कोना-कोना छान रही वन विभाग की टीम, आसपास ग्रामीणों को किया गया है अलर्ट

कटनी। कटनी वन मंडल परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सरसवाही के जंगल में गत गुरुवार को बाघ के मौजूद होने की खबर सामने आई थी। शहर से लगे सरसवाही के जंगल में बाघ के मौजूद होने की खबर को गंभीरता से लेते हुए पिछले तीन दिनों से वन विभाग की टीम लगातार जंगल की खाक छानते हुए बाघ की मौजूदगी के संबंध में जानकारी एकत्र करने में जुटी हुई है। जहां एक तरफ वन विभाग की टीम बाघ की तलाश में जुटी है, वही आज सुबह जंगल में लकड़ी बीनने गई आसपास की कुछ महिलाओं ने एक बाघ को शावक के साथ सरसवाही के जंगल में घूमते हुए देखने का दावा किया।
महिलाओं से ली गई जानकारी
लकड़ी बीनने जंगल गई महिलाओं के द्वारा बाघ को शावक के साथ देखे जाने का दावा करने की जानकारी जैसे ही कटनी वन मंडल के अधिकारियों को लगी तत्काल ही वन विभाग की टीम ने उन महिलाओं से संपर्क कर बाघ के संबंध में पूरी जानकारी एकत्र करनी शुरू कर दी है। महिलाओं से पूछताछ करते हुए उन्हें बाघ तेंदुए तथा अन्य मांसाहारी जानवरों के चित्र भी दिखाए गए। बताया जाता है कि महिलाओं ने चित्र देखने के बाद तेंदुए जैसे किसी जानवर के होने की बात वन विभाग के अधिकारियों को बताई है। बाघ को लकड़ी बीनने गई महिलाओं ने दिन के समय लकड़ी बीनते समय देखने का दावा किया है।
पहले भी आ चुका है बाघ
सरसवाही के जंगल में बाघ की मौजूदगी की खबर को वन विभाग पूरी गंभीरता से ले रहा है। यह पहला अवसर नहीं है जब सरसवाही के जंगल तक बाघ आया हो। वर्ष 2019-20 में यहां बाघ आए थे। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघ 40 किलोमीटर तक की दूरी चलते हुए तय कर सकते हैं। इसलिए अगर यहां बाग आ भी जाए तो कोई हैरानगी की बात नहीं, क्योंकि जंगल एक दूसरे से सटे हुए हैं।
लगातार हो रही सर्चिंग
कटनी वन मंडल परिक्षेत्र के रेंजर नबी अहमद खान ने इस संबंध में बातचीत करते हुए कहा कि लकड़ी बीनने गई महिलाओं ने बाघ को देखने का दावा किया है। बाघ की सूचना को गंभीरता से लेते हुए लगातार तीन दिन से बाघ की तलाश टीम लगाकर की जा रही है। अभी तक ऐसी कोई भी पद चिन्ह नहीं मिले हैं जिससे यह पुख्ता हो सके की सरसवाही के जंगल में बाघ मौजूद हैं। आज जिन महिलाओं ने बाघ को देखने का दावा किया, उनसे भी पूछताछ की गई है। रात में भी एक टीम को बाघ की तलाश के लिए जंगल में लगाया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आसपास के गांव में अलर्ट करते हुए लोगों को फंदा न लगाने या फिर किसी भी तरह से बाघ को नुकसान न पहुंचने की हिदायत दी गई है, साथ ही उन्हें यह भी सलाह दी गई है कि वे रात के समय अकेले जंगल की तरफ ना जाएं।
????बड़ी खबर????
सरसवाही के जंगल में सावक के साथ मौजूद है बाघ, जंगल में लकड़ी बीनने गई महिलाओं ने देखने का किया दावा, 3 दिन से बाघ की तलाश में जंगल का कोना-कोना छान रही वन विभाग की टीम, आसपास ग्रामीणों को किया गया है अलर्ट
कटनी। कटनी वन मंडल परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सरसवाही के जंगल में गत गुरुवार को बाघ के मौजूद होने की खबर सामने आई थी। शहर से लगे सरसवाही के जंगल में बाघ के मौजूद होने की खबर को गंभीरता से लेते हुए पिछले तीन दिनों से वन विभाग की टीम लगातार जंगल की खाक छानते हुए बाघ की मौजूदगी के संबंध में जानकारी एकत्र करने में जुटी हुई है। जहां एक तरफ वन विभाग की टीम बाघ की तलाश में जुटी है, वही आज सुबह जंगल में लकड़ी बीनने गई आसपास की कुछ महिलाओं ने एक बाघ को शावक के साथ सरसवाही के जंगल में घूमते हुए देखने का दावा किया।
महिलाओं से ली गई जानकारी
लकड़ी बीनने जंगल गई महिलाओं के द्वारा बाघ को शावक के साथ देखे जाने का दावा करने की जानकारी जैसे ही कटनी वन मंडल के अधिकारियों को लगी तत्काल ही वन विभाग की टीम ने उन महिलाओं से संपर्क कर बाघ के संबंध में पूरी जानकारी एकत्र करनी शुरू कर दी है। महिलाओं से पूछताछ करते हुए उन्हें बाघ तेंदुए तथा अन्य मांसाहारी जानवरों के चित्र भी दिखाए गए। बताया जाता है कि महिलाओं ने चित्र देखने के बाद तेंदुए जैसे किसी जानवर के होने की बात वन विभाग के अधिकारियों को बताई है। बाघ को लकड़ी बीनने गई महिलाओं ने दिन के समय लकड़ी बीनते समय देखने का दावा किया है।
पहले भी आ चुका है बाघ
सरसवाही के जंगल में बाघ की मौजूदगी की खबर को वन विभाग पूरी गंभीरता से ले रहा है। यह पहला अवसर नहीं है जब सरसवाही के जंगल तक बाघ आया हो। वर्ष 2019-20 में यहां बाघ आए थे। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघ 40 किलोमीटर तक की दूरी चलते हुए तय कर सकते हैं। इसलिए अगर यहां बाग आ भी जाए तो कोई हैरानगी की बात नहीं, क्योंकि जंगल एक दूसरे से सटे हुए हैं।
लगातार हो रही सर्चिंग
कटनी वन मंडल परिक्षेत्र के रेंजर नबी अहमद खान ने इस संबंध में बातचीत करते हुए कहा कि लकड़ी बीनने गई महिलाओं ने बाघ को देखने का दावा किया है। बाघ की सूचना को गंभीरता से लेते हुए लगातार तीन दिन से बाघ की तलाश टीम लगाकर की जा रही है। अभी तक ऐसी कोई भी पद चिन्ह नहीं मिले हैं जिससे यह पुख्ता हो सके की सरसवाही के जंगल में बाघ मौजूद हैं। आज जिन महिलाओं ने बाघ को देखने का दावा किया, उनसे भी पूछताछ की गई है। रात में भी एक टीम को बाघ की तलाश के लिए जंगल में लगाया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आसपास के गांव में अलर्ट करते हुए लोगों को फंदा न लगाने या फिर किसी भी तरह से बाघ को नुकसान न पहुंचने की हिदायत दी गई है, साथ ही उन्हें यह भी सलाह दी गई है कि वे रात के समय अकेले जंगल की तरफ ना जाएं।
