????घोटालेबाज???? मैं मरने जा रहा हूं मुझे ढूंढने की कोशिश मत करना, बहुचर्चित चिट फंड कंपनी घोटाले के मास्टरमाइंड ने रची थी साजिश, सुसाइड नोट छोडकर हो गया था लापता, कुठला पुलिस ने दबोचा

????घोटालेबाज????

मैं मरने जा रहा हूं मुझे ढूंढने की कोशिश मत करना, बहुचर्चित चिट फंड कंपनी घोटाले के मास्टरमाइंड ने रची थी साजिश, सुसाइड नोट छोडकर हो गया था लापता, कुठला पुलिस ने दबोचा

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कटनी। गत 1 वर्ष पूर्व कुठला थाना क्षेत्र के अंतर्गत सामने आए बहुचर्चित एएसईसी चिटफंड कंपनी घोटाले के मास्टरमाइंड को 1 साल बाद कुठला पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है। घोटाले के मुख्य आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी मौत का षड्यंत्र रचा था। सूत्रों के मुताबिक मास्टरमाइंड घोटालेबाज ने छिंदवाड़ा में एक सुसाइड नोट छोड़ते हुए यह उल्लेख किया था कि अब मुझे ढूंढने की कोई कोशिश न करे मै मरने जा रहा हूं। सुसाइड नोट के आधार पर छिंदवाड़ा जिले के कुंडीपुरा थाने में घोटाले के मुख्य आरोपी विश्वजीत सिंह की गुमशुदगी भी दर्ज है। विश्वजीत की 1 साल से  कुठला पुलिस लगातार तलाश कर रही थी। आखिरकार उसे गिरफ्तार कर ही लिया गया।

इस तरह आया गिरफ्त में

जानकारी देते हुए कुठला थाना प्रभारी अभिषेक चौबे ने बताया कि वर्ष 2023 में लोगो को 200 दिन में पैसे चार गुना करने का लालच देकर लाखों रुपए हड़पने वाले मुख्य आरोपी की पुलिस को तलाश थी। आरोपी विश्वजीत सिंह पिता शमशेर सिंह निवासी भुडसा, बड़वारा के द्वारा एसेक (ASEC) इन्वेसमेंट कंपनी खोली गई थी। जिसमें आरोपी लोगों को प्रतिदिन 2 प्रतिशत का ब्याज देने का वादा करता था और बहला फुसलाकर अपने जाल में फंसाता था। आरोपी के झांसे में आने वाले लोगों के रूपए लेकर वह फरार हो गया था। ठगी की रकम लगभग 36 लाख रुपए बताई गई थी। जो की पीड़ितो के सामने आने पर और भी अधिक हो सकती है। इस मामले मे पहले ही तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हों चुकी है। परंतु इस घोटाले का मास्टरमाइंड एफआईआर के बाद से ही फरार था। चौथे मुख्य आरोपी विश्वजीत सिंह को पुलिस नें शुक्रवार को गिरफ्तार किया जिसे बाद में माननीय न्यायालय पेश किया गया। आरोपी वर्तमान में पुलित रिमांड पर है जिससे पूछताछ की जा रही है।

ठगी के शिकार आएं सामने

कुठला थाना प्रभारी अभिषेक चौबे ने पीड़ितो से अपील करते हुए कहा कि जो भी इस कंपनी से पीड़ित हो वे थाने आकर संपर्क करें। मास्टरमाइंड को पकड़ने में थाना प्रभारी कुठला निरीक्षक अभिषेक चौबे व उनकी टीम उप निरीक्षक विनोद सिंह, प्रआर. अजय यादव, नंदकिशोर व अन्य स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही।

मास्टरमाइंड से रकम नहीं हुई बरामद

सूत्र बताते हैं की धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड विश्वजीत सिंह से गिरफ्तारी के बाद कुठला पुलिस एक भी रुपए बरामद नहीं कर सकी है। पुलिस के द्वारा आरोपी से रकम बरामद करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

????घोटालेबाज????
मैं मरने जा रहा हूं मुझे ढूंढने की कोशिश मत करना, बहुचर्चित चिट फंड कंपनी घोटाले के मास्टरमाइंड ने रची थी साजिश, सुसाइड नोट छोडकर हो गया था लापता, कुठला पुलिस ने दबोचा,

कटनी। गत 1 वर्ष पूर्व कुठला थाना क्षेत्र के अंतर्गत सामने आए बहुचर्चित एएसईसी चिटफंड कंपनी घोटाले के मास्टरमाइंड को 1 साल बाद कुठला पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है। घोटाले के मुख्य आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी मौत का षड्यंत्र रचा था। सूत्रों के मुताबिक मास्टरमाइंड घोटालेबाज ने छिंदवाड़ा में एक सुसाइड नोट छोड़ते हुए यह उल्लेख किया था कि अब मुझे ढूंढने की कोई कोशिश न करे मै मरने जा रहा हूं। सुसाइड नोट के आधार पर छिंदवाड़ा जिले के कुंडीपुरा थाने में घोटाले के मुख्य आरोपी विश्वजीत सिंह की गुमशुदगी भी दर्ज है। विश्वजीत की 1 साल से कुठला पुलिस लगातार तलाश कर रही थी। आखिरकार उसे गिरफ्तार कर ही लिया गया।
इस तरह आया गिरफ्त में
जानकारी देते हुए कुठला थाना प्रभारी अभिषेक चौबे ने बताया कि वर्ष 2023 में लोगो को 200 दिन में पैसे चार गुना करने का लालच देकर लाखों रुपए हड़पने वाले मुख्य आरोपी की पुलिस को तलाश थी। आरोपी विश्वजीत सिंह पिता शमशेर सिंह निवासी भुडसा, बड़वारा के द्वारा एसेक (ASEC) इन्वेसमेंट कंपनी खोली गई थी। जिसमें आरोपी लोगों को प्रतिदिन 2 प्रतिशत का ब्याज देने का वादा करता था और बहला फुसलाकर अपने जाल में फंसाता था। आरोपी के झांसे में आने वाले लोगों के रूपए लेकर वह फरार हो गया था। ठगी की रकम लगभग 36 लाख रुपए बताई गई थी। जो की पीड़ितो के सामने आने पर और भी अधिक हो सकती है। इस मामले मे पहले ही तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हों चुकी है। परंतु इस घोटाले का मास्टरमाइंड एफआईआर के बाद से ही फरार था। चौथे मुख्य आरोपी विश्वजीत सिंह को पुलिस नें शुक्रवार को गिरफ्तार किया जिसे बाद में माननीय न्यायालय पेश किया गया। आरोपी वर्तमान में पुलित रिमांड पर है जिससे पूछताछ की जा रही है।
ठगी के शिकार आएं सामने
कुठला थाना प्रभारी अभिषेक चौबे ने पीड़ितो से अपील करते हुए कहा कि जो भी इस कंपनी से पीड़ित हो वे थाने आकर संपर्क करें। मास्टरमाइंड को पकड़ने में थाना प्रभारी कुठला निरीक्षक अभिषेक चौबे व उनकी टीम उप निरीक्षक विनोद सिंह, प्रआर. अजय यादव, नंदकिशोर व अन्य स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही।
मास्टरमाइंड से रकम नहीं हुई बरामद
सूत्र बताते हैं की धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड विश्वजीत सिंह से गिरफ्तारी के बाद कुठला पुलिस एक भी रुपए बरामद नहीं कर सकी है। पुलिस के द्वारा आरोपी से रकम बरामद करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

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Author: RashtraRakshak

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