????किस्सा कुर्सी का????
पहले दिन एक दावेदार ने किया पर्चा जमा, कटनी पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत अध्यक्ष का पद पाने मैदान में है पांच, कल अंतिम दिन जमा होंगे फार्म, सहमती बनाने बैठकों का चल रहा दौर, पढ़ते रहे किस्सा कुर्सी का
कटनी। पूज्य कटनी सिंधी सेंट्रल पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव का घमासान अब पंचकोणीय हो चुका है। अध्यक्ष पद की लालसा रखने वाले पांच प्रत्याशियों ने फार्म प्राप्त कर लिए हैं। फार्म लेने वाले प्रत्याशियों में से एक दावेदार ने आज प्रथम दिन फार्म जमा कर चुनावी बिगुल फूंक दिया है। फार्म प्राप्त कर चुके शेष अन्य दावेदार कल अंतिम दिन फॉर्म जमा कर सकते हैं। जहां एक तरफ अध्यक्ष पद के लिए दावेदार चुनावी तैयारी करने में जुटे हुए हैं वहीं दूसरी तरफ समाज के कुछ लोग चुनाव को टाल कर सर्व समिति बनाने की राह तलाश रहे हैं। माधव नगर स्थित झूलेलाल मंदिर में लगातार चुनाव को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है। संभावना जताई जा रही है कि एक-दो दिन के अंदर ही चुनाव को लेकर कोई ठोस निर्णय सामने आ सकता है। अध्यक्ष पद चुनाव के दावेदारों में से कुछ ऐसे लोग भी शामिल हैं जो कि सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुनने को सही नहीं मानते। उनका मानना है कि चुनाव आवश्यक रूप से होना चाहिए। समाज के ऊपर ऐसे किसी चहेते को थोपा जाना उचित नहीं है। ऐसे दावेदारों का मानना है कि पूरी पारदर्शिता से चुनाव हो और समाज खुद अपना अध्यक्ष चुन ले इसमें बुराई क्या है। यदि चुनाव हुए तो घमासान रोमांचक होगा। आने वाले दिनों में चुनाव होगा भी या नहीं यह तो पता नहीं, लेकिन वर्तमान में जो स्थिति निर्मित है वह बेहद दिलचस्प है।

पहले दिन एक फार्म हुआ जमा
कटनी पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 27 से 29 दिसंबर तक फॉर्म प्राप्त करने की तिथि चुनाव समिति ने निर्धारित की थी। अवधि समाप्त होने तक कुल पांच दावेदारों ने फार्म प्राप्त किए थे। फार्म प्राप्त करने वाले दावेदारों में से सुभाष गेलानी ने आज फार्म जमा करने के पहले ही दिन अपना नामांकन दाखिल करके चुनावी बिगुल फूंक दिया है। सूत्र बताते है कि शेष बचे राजकुमार नानकानी, गोविंद सचदेवा, चंदूलाल जादवानी एवं विजय रोहरा कल 31 दिसंबर को अंतिम दिन फॉर्म जमा कर सकते हैं।
सहमति की उम्मीद अभी भी बरकरार
प्रत्याशी जहां फॉर्म जमा कर चुनावी मैदान में कूदने की तैयारी कर चुके हैं वहीं दूसरी तरफ माधवनगर तथा कटनी के कुछ प्रतिष्ठित एवं समाज में गहरी पकड़ रखने वाले ऐसे लोग भी हैं जो चुनाव कराने के पक्ष में बिल्कुल नहीं है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए लगातार बैठकें भी आयोजित हो रही है। माधव नगर स्थित झूलेलाल मंदिर में सहमति बनाकर पंचायत अध्यक्ष की कमान किसी एक व्यक्ति को बिना चुनाव कराए ही सौंपने की रणनीति पर काम चल रहा है। ऐसा होने की संभावना भी नजर आती है। समाज के अधिकतर प्रतिष्ठित लोग चुनाव के पक्ष में नहीं। उनका मानना है कि यदि चुनाव हुए तो वर्चस्व की लड़ाई समाज के अंदर उत्पन्न होगी, जिसके कारण समाज टुकड़ों में विभक्त हो जाएगा और उसकी एकता पर गहरा असर चुनाव का पड़ेगा।
अध्यक्ष थोपना उचित नहीं
कटनी पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत चुनाव को लेकर मचे घमासान के बीच समाज के कुछ प्रतिष्ठित लोगों एवं अध्यक्ष पद की दावेदारी कर रहे दावेदारों की इस बारे में कुछ अलग ही राय है। दावेदारों में से एक दो दावेदार तो यह मानते हैं कि समाज का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति को समाज यदि खुद चुने तो ज्यादा बेहतर होगा। चंद लोगों के द्वारा इस तरह अपने चहेते को पूरे समाज की कमान सौंपना कितना जायज है। यदि सर्वसम्मति से किसी व्यक्ति को कुछ लोग समाज की कमान सौंपते हैं तो वह उनके दबाव में संस्था का कामकाज करेगा। ऐसी स्थिति में अध्यक्ष पद पर बैठने वाला व्यक्ति अपनी मंशा और सोच के अनुसार समाज हित में कोई भी फैसला नहीं ले सकेगा। जितने मुंह उतनी बातें, कुछ इसी तरह का माहौल इन दोनों निर्मित दिखाई दे रहा है। कटनी पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत चुनाव को लेकर मचे घमासान पर हर अपडेट पाने के लिए पढ़ते रहें किस्सा कुर्सी का…
????किस्सा कुर्सी का????
पहले दिन एक दावेदार ने किया पर्चा जमा, कटनी पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत अध्यक्ष का पद पाने मैदान में है पांच, कल अंतिम दिन जमा होंगे फार्म, सहमती बनाने बैठकों का चल रहा दौर, पढ़ते रहे किस्सा कुर्सी का
कटनी। पूज्य कटनी सिंधी सेंट्रल पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव का घमासान अब पंचकोणीय हो चुका है। अध्यक्ष पद की लालसा रखने वाले पांच प्रत्याशियों ने फार्म प्राप्त कर लिए हैं। फार्म लेने वाले प्रत्याशियों में से एक दावेदार ने आज प्रथम दिन फार्म जमा कर चुनावी बिगुल फूंक दिया है। फार्म प्राप्त कर चुके शेष अन्य दावेदार कल अंतिम दिन फॉर्म जमा कर सकते हैं। जहां एक तरफ अध्यक्ष पद के लिए दावेदार चुनावी तैयारी करने में जुटे हुए हैं वहीं दूसरी तरफ समाज के कुछ लोग चुनाव को टाल कर सर्व समिति बनाने की राह तलाश रहे हैं। माधव नगर स्थित झूलेलाल मंदिर में लगातार चुनाव को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है। संभावना जताई जा रही है कि एक-दो दिन के अंदर ही चुनाव को लेकर कोई ठोस निर्णय सामने आ सकता है। अध्यक्ष पद चुनाव के दावेदारों में से कुछ ऐसे लोग भी शामिल हैं जो कि सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुनने को सही नहीं मानते। उनका मानना है कि चुनाव आवश्यक रूप से होना चाहिए। समाज के ऊपर ऐसे किसी चहेते को थोपा जाना उचित नहीं है। ऐसे दावेदारों का मानना है कि पूरी पारदर्शिता से चुनाव हो और समाज खुद अपना अध्यक्ष चुन ले इसमें बुराई क्या है। यदि चुनाव हुए तो घमासान रोमांचक होगा। आने वाले दिनों में चुनाव होगा भी या नहीं यह तो पता नहीं, लेकिन वर्तमान में जो स्थिति निर्मित है वह बेहद दिलचस्प है।
पहले दिन एक फार्म हुआ जमा
कटनी पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 27 से 29 दिसंबर तक फॉर्म प्राप्त करने की तिथि चुनाव समिति ने निर्धारित की थी। अवधि समाप्त होने तक कुल पांच दावेदारों ने फार्म प्राप्त किए थे। फार्म प्राप्त करने वाले दावेदारों में से सुभाष गेलानी ने आज फार्म जमा करने के पहले ही दिन अपना नामांकन दाखिल करके चुनावी बिगुल फूंक दिया है। सूत्र बताते है कि शेष बचे राजकुमार नानकानी, गोविंद सचदेवा, चंदूलाल जादवानी एवं विजय रोहरा कल 31 दिसंबर को अंतिम दिन फॉर्म जमा कर सकते हैं।
सहमति की उम्मीद अभी भी बरकरार
प्रत्याशी जहां फॉर्म जमा कर चुनावी मैदान में कूदने की तैयारी कर चुके हैं वहीं दूसरी तरफ माधवनगर तथा कटनी के कुछ प्रतिष्ठित एवं समाज में गहरी पकड़ रखने वाले ऐसे लोग भी हैं जो चुनाव कराने के पक्ष में बिल्कुल नहीं है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए लगातार बैठकें भी आयोजित हो रही है। माधव नगर स्थित झूलेलाल मंदिर में सहमति बनाकर पंचायत अध्यक्ष की कमान किसी एक व्यक्ति को बिना चुनाव कराए ही सौंपने की रणनीति पर काम चल रहा है। ऐसा होने की संभावना भी नजर आती है। समाज के अधिकतर प्रतिष्ठित लोग चुनाव के पक्ष में नहीं। उनका मानना है कि यदि चुनाव हुए तो वर्चस्व की लड़ाई समाज के अंदर उत्पन्न होगी, जिसके कारण समाज टुकड़ों में विभक्त हो जाएगा और उसकी एकता पर गहरा असर चुनाव का पड़ेगा।
अध्यक्ष थोपना उचित नहीं
कटनी पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत चुनाव को लेकर मचे घमासान के बीच समाज के कुछ प्रतिष्ठित लोगों एवं अध्यक्ष पद की दावेदारी कर रहे दावेदारों की इस बारे में कुछ अलग ही राय है। दावेदारों में से एक दो दावेदार तो यह मानते हैं कि समाज का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति को समाज यदि खुद चुने तो ज्यादा बेहतर होगा। चंद लोगों के द्वारा इस तरह अपने चहेते को पूरे समाज की कमान सौंपना कितना जायज है। यदि सर्वसम्मति से किसी व्यक्ति को कुछ लोग समाज की कमान सौंपते हैं तो वह उनके दबाव में संस्था का कामकाज करेगा। ऐसी स्थिति में अध्यक्ष पद पर बैठने वाला व्यक्ति अपनी मंशा और सोच के अनुसार समाज हित में कोई भी फैसला नहीं ले सकेगा। जितने मुंह उतनी बातें, कुछ इसी तरह का माहौल इन दोनों निर्मित दिखाई दे रहा है। कटनी पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत चुनाव को लेकर मचे घमासान पर हर अपडेट पाने के लिए पढ़ते रहें किस्सा कुर्सी का…