????अनदेखी????
फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र और संतानों की जानकारी छिपाकर बन गया शिक्षक, शिक्षक पर आपराधित मामले भी दर्ज, ढीमरखेड़ा ब्लाक के परसेल स्कूल का मामला

कटनी। जिले में जिस तरह की भर्राशाही शिक्षा विभाग में देखने को मिल रही है। पूर्व में भी प्रमाण समेत शिकायत करने के बावजूद भी संबंधित शिक्षक पर कार्रवाई ही नहीं होना विभाग के लचर रवैया को दर्शाता है। जबकि शिक्षक कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर शिक्षक की नौकरी कर रहा है। शिकायतकर्ता ने इस संबंध में प्रमाण भी सौंपे हैं। बावजूद उसके शिक्षा विभाग के अधिकारी जांच के नाम पर मामले में पर्दा डालने की कोशिश कर रहे है। जानकारी के अनुसार शिक्षक के मामले में जांच समिति ने रिपोर्ट डीईओ कार्यालय को सौंप दी हैं, बावजूद इसके जांच में विसंगतियां बताकर कार्रवाई में पर्दा डालने का काम किया जा रहा है।
स्मरण रहे कि ढीमरखेड़ा विकासखंड अंतर्गत प्राथमिक-माध्यमिक शाला परसेल में पदस्थ शिक्षक श्यामसुंदर पटेल पिता राममिलन की तीन संतान हैं, लेकिन शिक्षक श्यामसुंदर पटेल द्वारा विभाग के साथ धोखाधड़ी करते हुए दो ही संतानों की जानकारी दी गई है। इस संबंध में शिकायतकर्ता ढकरवाह निवासी रामजी पटैल ने कलेक्टर को जनसुनवाई में श्यामसुंदर पटेल की तीन संतानों की जानकारी उनके समग्र आइडी क्रमांक के साथ दीं। शिकायत में बताया गया कि प्रथम संतान सृष्टि का समग्र आडी क्रमांक 102810851, द्वितीय संतान वंशिका का समग्र आइडी क्रमांक 190558017 और तृतीय संतान-पुत्र मयंक पटेल का समग्र आइडी क्रमांक 102811565 है। बता दें कि नियमों में यह स्पष्ट उल्लेखित है कि यदि शासकीय कर्मचारी की दो से अधिक संतानें होंगी तो उसके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करके सेवा से पृथक कर दिया जाएगा।
2 की दी जानकारी, 1 की छुपाई
ढीमरखेड़ा विकासखंड में इस संबंध में बीईओ कार्यालय ढीमरखेड़ा के समक्ष प्रस्तुत जानकारी में माध्यमिक-प्राथमिक शाला परसेल में पदस्थ शिक्षक श्यामसुंदर पटेल के संबंध में यह लेख गया है कि उसके द्वारा दो संतानों की जानकारी विभाग को दी गई है, एक संतान की जानकारी छिपाई गई है।
दिव्यांगता प्रमाण पत्र पर भी सवाल
शिक्षक श्यामसुंदर पटेल पर यह भी आरोप लगाए गए हैं कि उसके द्वारा फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी प्राप्त की गई है। इस संबंध में भी शिकायतकर्ता ने उसके दिव्यांग प्रमाण पत्र की भी जांच कराए जाने की मांग की गई है। शिक्षक पर यह भी आरोप हैं कि उसके खिलाफ सिहोरा व खितौला थाना में कई संगीन मामले भी दर्ज हैं, जिनके प्रकरण न्यायलय में लंबित हैं।
इनका कहना है
इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वी पाल सिंह ने कहा कि शिक्षक श्याम सुंदर पटैल के कदाचरण मामले में जांच कराई गई थी, उसकी रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। जल्द ही रिपोर्ट का अध्ययन कर संबंधित शिक्षक के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। विधि संगत कार्यवाही अवश्य की जाएगी।
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फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र और संतानों की जानकारी छिपाकर बन गया शिक्षक, शिक्षक पर आपराधित मामले भी दर्ज, ढीमरखेड़ा ब्लाक के परसेल स्कूल का मामला
कटनी। जिले में जिस तरह की भर्राशाही शिक्षा विभाग में देखने को मिल रही है। पूर्व में भी प्रमाण समेत शिकायत करने के बावजूद भी संबंधित शिक्षक पर कार्रवाई ही नहीं होना विभाग के लचर रवैया को दर्शाता है। जबकि शिक्षक कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर शिक्षक की नौकरी कर रहा है। शिकायतकर्ता ने इस संबंध में प्रमाण भी सौंपे हैं। बावजूद उसके शिक्षा विभाग के अधिकारी जांच के नाम पर मामले में पर्दा डालने की कोशिश कर रहे है। जानकारी के अनुसार शिक्षक के मामले में जांच समिति ने रिपोर्ट डीईओ कार्यालय को सौंप दी हैं, बावजूद इसके जांच में विसंगतियां बताकर कार्रवाई में पर्दा डालने का काम किया जा रहा है।
स्मरण रहे कि ढीमरखेड़ा विकासखंड अंतर्गत प्राथमिक-माध्यमिक शाला परसेल में पदस्थ शिक्षक श्यामसुंदर पटेल पिता राममिलन की तीन संतान हैं, लेकिन शिक्षक श्यामसुंदर पटेल द्वारा विभाग के साथ धोखाधड़ी करते हुए दो ही संतानों की जानकारी दी गई है। इस संबंध में शिकायतकर्ता ढकरवाह निवासी रामजी पटैल ने कलेक्टर को जनसुनवाई में श्यामसुंदर पटेल की तीन संतानों की जानकारी उनके समग्र आइडी क्रमांक के साथ दीं। शिकायत में बताया गया कि प्रथम संतान सृष्टि का समग्र आडी क्रमांक 102810851, द्वितीय संतान वंशिका का समग्र आइडी क्रमांक 190558017 और तृतीय संतान-पुत्र मयंक पटेल का समग्र आइडी क्रमांक 102811565 है। बता दें कि नियमों में यह स्पष्ट उल्लेखित है कि यदि शासकीय कर्मचारी की दो से अधिक संतानें होंगी तो उसके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करके सेवा से पृथक कर दिया जाएगा।
2 की दी जानकारी, 1 की छुपाई
ढीमरखेड़ा विकासखंड में इस संबंध में बीईओ कार्यालय ढीमरखेड़ा के समक्ष प्रस्तुत जानकारी में माध्यमिक-प्राथमिक शाला परसेल में पदस्थ शिक्षक श्यामसुंदर पटेल के संबंध में यह लेख गया है कि उसके द्वारा दो संतानों की जानकारी विभाग को दी गई है, एक संतान की जानकारी छिपाई गई है।
दिव्यांगता प्रमाण पत्र पर भी सवाल
शिक्षक श्यामसुंदर पटेल पर यह भी आरोप लगाए गए हैं कि उसके द्वारा फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी प्राप्त की गई है। इस संबंध में भी शिकायतकर्ता ने उसके दिव्यांग प्रमाण पत्र की भी जांच कराए जाने की मांग की गई है। शिक्षक पर यह भी आरोप हैं कि उसके खिलाफ सिहोरा व खितौला थाना में कई संगीन मामले भी दर्ज हैं, जिनके प्रकरण न्यायलय में लंबित हैं।
इनका कहना है
इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वी पाल सिंह ने कहा कि शिक्षक श्याम सुंदर पटैल के कदाचरण मामले में जांच कराई गई थी, उसकी रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। जल्द ही रिपोर्ट का अध्ययन कर संबंधित शिक्षक के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। विधि संगत कार्यवाही अवश्य की जाएगी।