????मददगार????
नवरात्र पर बस स्टैंड पुलिस ने पेश की बालिका सुरक्षा की मिसाल, मानसिक बीमार सतना से भटकी नाबालिक बालिका के लिए देवतुल्य बनी पुलिस, परिजनों का पता लगाकर सुरक्षित पहुंचाया घर, हो सकती थी कोई बड़ी अनहोनी….
कटनी। मानसिक रूप से बीमार चल रही एक 17 वर्षीय बालिका भटककर कटनी के बस स्टैंड पहुंच गई। वेशभूषा एवं रंग रूप से वह किसी सभ्रांत परिवार की दिखाई पड़ रही थी। बालिका को बस स्टैंड में इधर-उधर परेशान भटकता देख बस स्टैंड पुलिस देवदूत बनकर उसके पास पहुंच गई। इससे पहले की मानसिक रूप से बीमार बालिका किसी गलत व्यक्ति के संपर्क में आ पाती पुलिस ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए बालिका को अपने संरक्षण में ले लिया। बालिका की फोटो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करते हुए पुलिस उसके परिवार वालों की तलाश करने में जुट गई। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने उसके परिजनों का पता लगा लिया और बाद में बालिका के मामा को चौकी बुलाकर सुरक्षित बालिका को उसके हाथों सुपुर्द किया।
यह थी घटना
घटना के संबंध में जानकारी देते हुए बस स्टैंड चौकी प्रभारी अंकित मिश्रा ने बताया कि गत 8 अक्टूबर की देर शाम एक 17 वर्षीय सभ्रांत परिवार की बालिका बस स्टैंड में बदहवास हालत में घूमती हुई दिखाई पड़ी। बालिका को इधर-उधर भटकता देख चौकी में मौजूद स्टाफ ने किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए तत्काल बालिका के।पास पहुंचकर बातचीत करनी शुरू की। बातचीत में बालिका अपना नाम पता बता नहीं पा रही थी और बातचीत करने के अंदाज से ऐसा लगा कि वह मानसिक रूप से बीमार है।
वरिष्ठ अधिकारियों को दी जानकारी
देर शाम बस स्टैंड परिसर में एक संभ्रांत परिवार की बालिका को इस तरह भटकता हुआ पाए जाने के बाद तत्काल घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संतोष डेहरिया एवं नगर पुलिस अधीक्षक ख्याति मिश्रा सहित कोतवाली थाना प्रभारी आशीष शर्मा को दी गई। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर तत्काल महिला स्टाफ को चौकी बुलाकर बालिका को सुरक्षित रखा गया एवं उसकी फोटो को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया गया।
मामा को किया गया सुपुर्द
जांच के दौरान यह पता चला कि लगभग 17 वर्षीय बालिका कुछ समय से मानसिक परेशानियों से घिरी हुई है और उसका रीवा में इलाज भी चल रहा है। आवास योजना वार्ड नंबर 22 सतना निवासी बालिका भटककर कटनी बस स्टैंड पहुंच गई है। बालिका के परिवार वालों से संपर्क होने के बाद जागृति कॉलोनी एनकेजे निवासी उसके मामा शुभम सोनी पिता प्रहलाद सोनी बालिका की पहचान करते हुए बस स्टैंड चौकी आए। पूरी तरह छानबीन करने के बाद बालिका को उसके मामा के सुपुर्द किया गया।
हो सकती थी अनहोनी
17 वर्षीय मानसिक रूप से बीमार बालिका जिस तरह इधर-उधर भटक रही थी यदि वह किसी गलत व्यक्ति या फिर गलत मंसूबे रखने वालों के चंगुल में फंस जाती तो फिर कोई भी अनहोनी हो सकती थी। पुलिस ने जिस तरह तत्परता दिखाते हुए बालिका को अपने संरक्षण में लिया और सुरक्षित उसे घर पहुंचा वह पुलिस की मानवता को उजागर करता है। पुलिस के ऐसे कार्य हमेशा ही सहना के पात्र रहते हैं।
????मददगार????
नवरात्र पर बस स्टैंड पुलिस ने पेश की बालिका सुरक्षा की मिसाल, मानसिक बीमार सतना से भटकी नाबालिक बालिका के लिए देवतुल्य बनी पुलिस, परिजनों का पता लगाकर सुरक्षित पहुंचाया घर, हो सकती थी कोई बड़ी अनहोनी….
कटनी। मानसिक रूप से बीमार चल रही एक 17 वर्षीय बालिका भटककर कटनी के बस स्टैंड पहुंच गई। वेशभूषा एवं रंग रूप से वह किसी सभ्रांत परिवार की दिखाई पड़ रही थी। बालिका को बस स्टैंड में इधर-उधर परेशान भटकता देख बस स्टैंड पुलिस देवदूत बनकर उसके पास पहुंच गई। इससे पहले की मानसिक रूप से बीमार बालिका किसी गलत व्यक्ति के संपर्क में आ पाती पुलिस ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए बालिका को अपने संरक्षण में ले लिया। बालिका की फोटो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करते हुए पुलिस उसके परिवार वालों की तलाश करने में जुट गई। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने उसके परिजनों का पता लगा लिया और बाद में बालिका के मामा को चौकी बुलाकर सुरक्षित बालिका को उसके हाथों सुपुर्द किया।
यह थी घटना
घटना के संबंध में जानकारी देते हुए बस स्टैंड चौकी प्रभारी अंकित मिश्रा ने बताया कि गत 8 अक्टूबर की देर शाम एक 17 वर्षीय सभ्रांत परिवार की बालिका बस स्टैंड में बदहवास हालत में घूमती हुई दिखाई पड़ी। बालिका को इधर-उधर भटकता देख चौकी में मौजूद स्टाफ ने किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए तत्काल बालिका के।पास पहुंचकर बातचीत करनी शुरू की। बातचीत में बालिका अपना नाम पता बता नहीं पा रही थी और बातचीत करने के अंदाज से ऐसा लगा कि वह मानसिक रूप से बीमार है।
वरिष्ठ अधिकारियों को दी जानकारी
देर शाम बस स्टैंड परिसर में एक संभ्रांत परिवार की बालिका को इस तरह भटकता हुआ पाए जाने के बाद तत्काल घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संतोष डेहरिया एवं नगर पुलिस अधीक्षक ख्याति मिश्रा सहित कोतवाली थाना प्रभारी आशीष शर्मा को दी गई। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर तत्काल महिला स्टाफ को चौकी बुलाकर बालिका को सुरक्षित रखा गया एवं उसकी फोटो को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया गया।
मामा को किया गया सुपुर्द
जांच के दौरान यह पता चला कि लगभग 17 वर्षीय बालिका कुछ समय से मानसिक परेशानियों से घिरी हुई है और उसका रीवा में इलाज भी चल रहा है। आवास योजना वार्ड नंबर 22 सतना निवासी बालिका भटककर कटनी बस स्टैंड पहुंच गई है। बालिका के परिवार वालों से संपर्क होने के बाद जागृति कॉलोनी एनकेजे निवासी उसके मामा शुभम सोनी पिता प्रहलाद सोनी बालिका की पहचान करते हुए बस स्टैंड चौकी आए। पूरी तरह छानबीन करने के बाद बालिका को उसके मामा के सुपुर्द किया गया।
हो सकती थी अनहोनी
17 वर्षीय मानसिक रूप से बीमार बालिका जिस तरह इधर-उधर भटक रही थी यदि वह किसी गलत व्यक्ति या फिर गलत मंसूबे रखने वालों के चंगुल में फंस जाती तो फिर कोई भी अनहोनी हो सकती थी। पुलिस ने जिस तरह तत्परता दिखाते हुए बालिका को अपने संरक्षण में लिया और सुरक्षित उसे घर पहुंचा वह पुलिस की मानवता को उजागर करता है। पुलिस के ऐसे कार्य हमेशा ही सहना के पात्र रहते हैं।