????सब गोलमाल है????
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा शहर का बहु प्रतीक्षित फॉरेस्टर खेल मैदान, सीमेंट की जगह काली डस्ट से हो रहा निर्माण, घटिया निर्माण की चर्चाएं सरगर्म, जिम्मेदारों ने मूंदी आंखें, पार्षद ने की लिखित शिकायत
कटनी। जिले का बहु प्रतीक्षित खेल मैदान निर्माण फॉरेस्टर प्लेग्राउंड भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता जा रहा है। लगातार निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत एवं खबरें उजागर होने के बावजूद जिम्मेदारों ने आंखें मूंद रखी हैं। जनप्रतिनिधियों अधिकारियों एवं निर्माण एजेंसी का गठजोड़ कुछ ऐसा है कि भ्रष्टाचार से लबरेज निर्माण कार्य रुकने का नाम नहीं ले रहा। फॉरेस्टर प्लेग्राउंड में सीमेंट की जगह काली डस्ट का उपयोग कर निर्माण कराए जाने की कई बार खबरें सामने आ चुकी हैं। इसी बात को लेकर स्थानीय वार्ड पार्षद ने आज जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर दिलीप यादव को लिखित शिकायत एवं निर्माण कार्य में काली डस्ट का उपयोग किए जाने के कुछ पुख्ता सबूत भी प्रदान किए हैं। स्थानीय वार्ड पार्षद ने गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य को लेकर जांच कराए जाने की मांग करते हुए अब इस मामले में कलेक्टर श्री यादव से हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है।
इस तरह हो रहा निर्माण
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मेयर इन काउंसिल सदस्य एवं महारानी लक्ष्मी बाई वार्ड क्र. 25 पार्षद अवकाश जायसवाल ने लिखित शिकायत करते हुए कलेक्टर श्री यादव से कहा कि कटनी जिले के एकमात्र फॉरेस्टर खेल मैदान का निर्माण लगभग 18 करोड़ की लागत से कराया जा रहा है। जिसमें हॉकी, क्रिकेट एवं ऑडिटोरियम निर्माण किया जाना शामिल है। निर्माण कार्य एजेंसी पुलिस वेलफेयर सोसायटी के द्वारा कार्य कराया जा रहा है। जिसमें अधिक मात्रा में काली डस्ट का उपयोग किया जा रहा है। चाहे वह छत ढलाई का कार्य हो या पिलर का हो सभी में काली डस्ट का खुलेआम उपयोग हो रहा है। निर्माण में रेत का उपयोग न के बराबर हो रहा है। गिट्टी एवं डस्ट से सारी ढलाई का कार्य किया जा रहा है। इंजीनियर एवं ठेकेदार की मिलीभगत से यह कार्य किया जा रहा है। जबकि डस्ट का उपयोग किसी भी प्रकार से किया जाना प्रतिबंधित है।
कराई जाए जांच
पार्षद ने लिखित शिकायत करते हुए उच्च स्तरीय समिति द्वारा पूर्ण कार्य की जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि घटिया निर्माण के कारण भविष्य में कोई घटना न घटित हो जाए।
क्यों नहीं जागे जिम्मेदार
पार्षद द्वारा शिकायत किए जाने के पूर्व ही कई बार खेल मैदान में भ्रष्टाचार करते हुए घटिया स्तर का निर्माण कराए जाने की खबरें सामने आ चुकी है, लेकिन उसके बावजूद भी जिम्मेदारों का आंखें मूंदे रहना कई तरह के सवालों को उत्पन्न करता है। गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य निर्बाध रूप से संचालित हो रहा है। यहां पर खुलेआम काली डस्ट का उपयोग कर तेजी से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। शहर के बीचो-बीच खुलेआम इस तरह के निर्माण पर अब तक अंकुश न लग पाना अपने आप में बेहद चिंताजनक है। घटिया निर्माण कार्य को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा बरती जा रही खामोशी सारी कहानी खुद बयां कर रही है।
????सब गोलमाल है????
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा शहर का बहु प्रतीक्षित फॉरेस्टर खेल मैदान, सीमेंट की जगह काली डस्ट से हो रहा निर्माण, घटिया निर्माण की चर्चाएं सरगर्म, जिम्मेदारों ने मूंदी आंखें, पार्षद ने की लिखित शिकायत
कटनी। जिले का बहु प्रतीक्षित खेल मैदान निर्माण फॉरेस्टर प्लेग्राउंड भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता जा रहा है। लगातार निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत एवं खबरें उजागर होने के बावजूद जिम्मेदारों ने आंखें मूंद रखी हैं। जनप्रतिनिधियों अधिकारियों एवं निर्माण एजेंसी का गठजोड़ कुछ ऐसा है कि भ्रष्टाचार से लबरेज निर्माण कार्य रुकने का नाम नहीं ले रहा। फॉरेस्टर प्लेग्राउंड में सीमेंट की जगह काली डस्ट का उपयोग कर निर्माण कराए जाने की कई बार खबरें सामने आ चुकी हैं। इसी बात को लेकर स्थानीय वार्ड पार्षद ने आज जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर दिलीप यादव को लिखित शिकायत एवं निर्माण कार्य में काली डस्ट का उपयोग किए जाने के कुछ पुख्ता सबूत भी प्रदान किए हैं। स्थानीय वार्ड पार्षद ने गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य को लेकर जांच कराए जाने की मांग करते हुए अब इस मामले में कलेक्टर श्री यादव से हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है।
इस तरह हो रहा निर्माण
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मेयर इन काउंसिल सदस्य एवं महारानी लक्ष्मी बाई वार्ड क्र. 25 पार्षद अवकाश जायसवाल ने लिखित शिकायत करते हुए कलेक्टर श्री यादव से कहा कि कटनी जिले के एकमात्र फॉरेस्टर खेल मैदान का निर्माण लगभग 18 करोड़ की लागत से कराया जा रहा है। जिसमें हॉकी, क्रिकेट एवं ऑडिटोरियम निर्माण किया जाना शामिल है। निर्माण कार्य एजेंसी पुलिस वेलफेयर सोसायटी के द्वारा कार्य कराया जा रहा है। जिसमें अधिक मात्रा में काली डस्ट का उपयोग किया जा रहा है। चाहे वह छत ढलाई का कार्य हो या पिलर का हो सभी में काली डस्ट का खुलेआम उपयोग हो रहा है। निर्माण में रेत का उपयोग न के बराबर हो रहा है। गिट्टी एवं डस्ट से सारी ढलाई का कार्य किया जा रहा है। इंजीनियर एवं ठेकेदार की मिलीभगत से यह कार्य किया जा रहा है। जबकि डस्ट का उपयोग किसी भी प्रकार से किया जाना प्रतिबंधित है।
कराई जाए जांच
पार्षद ने लिखित शिकायत करते हुए उच्च स्तरीय समिति द्वारा पूर्ण कार्य की जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि घटिया निर्माण के कारण भविष्य में कोई घटना न घटित हो जाए।
क्यों नहीं जागे जिम्मेदार
पार्षद द्वारा शिकायत किए जाने के पूर्व ही कई बार खेल मैदान में भ्रष्टाचार करते हुए घटिया स्तर का निर्माण कराए जाने की खबरें सामने आ चुकी है, लेकिन उसके बावजूद भी जिम्मेदारों का आंखें मूंदे रहना कई तरह के सवालों को उत्पन्न करता है। गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य निर्बाध रूप से संचालित हो रहा है। यहां पर खुलेआम काली डस्ट का उपयोग कर तेजी से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। शहर के बीचो-बीच खुलेआम इस तरह के निर्माण पर अब तक अंकुश न लग पाना अपने आप में बेहद चिंताजनक है। घटिया निर्माण कार्य को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा बरती जा रही खामोशी सारी कहानी खुद बयां कर रही है।