????धरपकड़???? बहोरीबंद के गोरहा-सलैया के जंगल में वन विभाग की दबिश, 59 नग गौवंश एवं इमारती लकड़ी सागौन की बल्लियां तस्करों से जप्त

????धरपकड़????

बहोरीबंद के गोरहा-सलैया के जंगल में वन विभाग की दबिश, 59 नग गौवंश एवं इमारती लकड़ी सागौन की बल्लियां तस्करों से जप्त

 

 

कटनी। जिले में गौवंश की तस्करी का एक बड़ा मामला सामने आया हैं। सूत्रों के मुताविक बहोरीबंद वन परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 190 गोरहा-रक्सेहा के जंगल से वन विभाग की टीम ने 59 नग गौवंश एवं लगभग 10 हजार की कीमत का सागौन तस्करों से जप्त किया है। बहोरीबंद परिक्षेत्र के रेंजन ब्रज मीणा ने बताया कि मुखबिरों ने सूचना दी कि जंगल में बड़ी संख्या में गौवंश को बांध कर रखा गया है और तस्कर मौका पाकर ये गोवंश दूसरे शहर में ले जाकर बेचने की फिराक में है।

सूचना के बाद विभाग के वरिष्ट अधिकारियों के मार्गदर्शन में वन विभाग की टीम ने कल रात पूरे जंगल मे सर्च अभियान चलाया। करीब 7 से 8 घंटे चले सर्चिंग अभियान में कटनी-दमोह के बीच रक्सेहा-सलैया के जंगल से लगभग 59 नग गौ वंश बरामद किया गया। इस दौरान एक तस्कर भी वन विभाग की गिरफ्त में आया, जिस ने अपना नाम विनय गोंड बताया। बाकी तीन भाग गए। तस्करों के पास से लगभग 7 हजार कीमत की सागौन की बल्ली एवं दो मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है। पकड़े गए विनय गौड़ ने पूछताछ में बताया कि स्थानीय निवासी राजू पटेल व अन्य पारधी मिलकर गोवंश को जंगल लाते हैं फिर मौका पाकर इन्हें ट्रकों में भरकर अन्य शहर में भेज दिया जाता है।

रेंजर मीणा ने बताया कि पूरे गौवंश को जंगल से सुरक्षित लाकर बाकल थाने के सुपुर्द किया जा रहा हैं। इस पूरे मामले में गौवंश अधिनियम के तहत आगे की कार्यवाही पुलिस करेगी। इस दौरान इनके पास से जप्त की गई सागौन को बल्लियों को राजसात कर लिया गया है। पिछले साल भी यहीं से इन्ही पारधियों के रिश्तेदार के द्वारा गौवंश की तस्करी का मामला सामने आया था। पिछले साल दिसंबर माह में पेंगुलिन भी इन्ही तस्करों से बरामद किया गया हैं। सूत्रों की मानें तो यहां से पूर्व में गौवंश की तस्करी में पुलिस का भी अहम रोल है। सूत्र कहते है पुलिस के बिना सहयोग के इतनी बड़ी मात्रा में गौवंश की तस्करी संभव नहीं है।

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बहोरीबंद के गोरहा-सलैया के जंगल में वन विभाग की दबिश, 59 नग गौवंश एवं इमारती लकड़ी सागौन की बल्लियां तस्करों से जप्त

 

कटनी। जिले में गौवंश की तस्करी का एक बड़ा मामला सामने आया हैं। सूत्रों के मुताविक बहोरीबंद वन परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 190 गोरहा-रक्सेहा के जंगल से वन विभाग की टीम ने 59 नग गौवंश एवं लगभग 10 हजार की कीमत का सागौन तस्करों से जप्त किया है। बहोरीबंद परिक्षेत्र के रेंजन ब्रज मीणा ने बताया कि मुखबिरों ने सूचना दी कि जंगल में बड़ी संख्या में गौवंश को बांध कर रखा गया है और तस्कर मौका पाकर ये गोवंश दूसरे शहर में ले जाकर बेचने की फिराक में है। सूचना के बाद विभाग के वरिष्ट अधिकारियों के मार्गदर्शन में वन विभाग की टीम ने कल रात पूरे जंगल मे सर्च अभियान चलाया। करीब 7 से 8 घंटे चले सर्चिंग अभियान में कटनी-दमोह के बीच रक्सेहा-सलैया के जंगल से लगभग 59 नग गौ वंश बरामद किया गया। इस दौरान एक तस्कर भी वन विभाग की गिरफ्त में आया, जिस ने अपना नाम विनय गोंड बताया। बाकी तीन भाग गए। तस्करों के पास से लगभग 7 हजार कीमत की सागौन की बल्ली एवं दो मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है। पकड़े गए विनय गौड़ ने पूछताछ में बताया कि स्थानीय निवासी राजू पटेल व अन्य पारधी मिलकर गोवंश को जंगल लाते हैं फिर मौका पाकर इन्हें ट्रकों में भरकर अन्य शहर में भेज दिया जाता है। रेंजर मीणा ने बताया कि पूरे गौवंश को जंगल से सुरक्षित लाकर बाकल थाने के सुपुर्द किया जा रहा हैं। इस पूरे मामले में गौवंश अधिनियम के तहत आगे की कार्यवाही पुलिस करेगी। इस दौरान इनके पास से जप्त की गई सागौन को बल्लियों को राजसात कर लिया गया है। पिछले साल भी यहीं से इन्ही पारधियों के रिश्तेदार के द्वारा गौवंश की तस्करी का मामला सामने आया था। पिछले साल दिसंबर माह में पेंगुलिन भी इन्ही तस्करों से बरामद किया गया हैं। सूत्रों की मानें तो यहां से पूर्व में गौवंश की तस्करी में पुलिस का भी अहम रोल है। सूत्र कहते है पुलिस के बिना सहयोग के इतनी बड़ी मात्रा में गौवंश की तस्करी संभव नहीं है।

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