????बड़ी खबर????
सीएमआर चावल जमा कराने में हुआ भारी घोटाला, दाल मिल संचालक ने की खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्री से शिकायत, शिकायत के बाद एक वेयरहाउस में जांच करने पहुंची टीम?, मामले को दबाने हो रहे प्रयास?

कटनी। खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्री से लिखित शिकायत करते हुए अमर पंजवानी जय जगदम्बे दाल मिल के संचालक ने कटनी जिले में CMR चावल जमा करने में हुए घोटाले की जाच करवा कर कार्यवाही करने की मांग की है। दाल मिल संचालक अमर पंजवानी द्वारा की गई शिकायत के बाद दो दिन पूर्व शिकायत के आधार पर बड़वारा क्षेत्र में मौजूद एक वेयरहाउस की जांच करने भी अधिकारियों की टीम पहुंची थी। वेयरहाउस में टीम ने क्या जांच की और कौन से तथ्य सामने आए इस संबंध में कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहा है। चर्चा तो यह भी है कि मामले को दबाने के लिए शिकायतकर्ता पर कई तरह के दबाव बनाए जा रहे हैं। बताया जाता है कि दाल मिल संचालक द्वारा लगाए गए गंभीर आरोप कि अगर उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तो जिले में हो रहे एक बड़े घोटाले से पर्दाफाश हो सकता है।
यह लगाए आरोप
शिकायतकर्ता अमर ने मंत्री को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि विपणन वर्ष 2023-24 की धान की कस्टम मिलिंग के चलते कटनी जिले में पदस्थ जिला प्रबंधक देवेन्द्र तिवारी व गोदाम प्रभारी भाग्वानदीन वेयर हाउस के मालिक व खादय विभाग की मिली भगत से करोडो रुपये का चावल जमा किए बगैर कागजो मे चावल जमा करवा कर शासन को करोडो रुपये के राजस्व हानि पहुंचाई गई है।
इस तरह की गड़बड़ी
कुछ लाटो का विवरण अपने शिकायती पत्र में प्रस्तुत करते हुए शिकायतकर्ता ने कहा कि मिलर राय इंडस्ट्रीज, राय वेयर हाउस लॉट नंबर 7, एल डी136, सीडीओ113787, दिनांक 26/10/24, बुक नंबर 234
एवं मिलर राय इंडस्ट्रीज, राय वेयर हाउस लॉट नंबर 6, एल डी137, सीडीओ 866493, दिनांक 26/10/24, बुक नंबर 234 के अलावा मिलर राय इंडस्ट्रीज, राय वेयर हाउस लॉट नंबर 9, एल डी138, सीडीओ 1872860, दिनांक 26/10/24, बुक नंबर 234 में गड़बड़ी की गई।
मिली भगत से होता है खेल
शिकायतकर्ता ने शिकायती पत्र में आरोप लगाए हैं कि जिला प्रबंधक देवेन्द्र तिवारी द्वारा इस प्रकार के कृप्त पूर्व में पदस्थ रीवा जिले में भी किए गए थे। जिसकी जाच अभी तक चालू है। इनके द्वारा मिलर से भुगतान में भी 2-3 मिलर से आर्थिक लाभ ले कर 2-3 मिलर को ही आर्तिक लाभ दिया जा रहा है।
कंप्यूटर ऑपरेटर की रहती है मध्यस्थता
शिकायत पत्र में उल्लेख है कि जिला प्रबंधक देवेन्द्र तिवारी द्वारा मिलर्स से जो भी लेन-देन की जाती है उसमें सम्पर्ण रूप से मध्यस्ता का कार्य अस्थाई कम्प्यूटर ऑपरेटर रवि पटेल एवं अजय परिहार द्वारा किया जाता है। जिसकी जानकारी बारंबार भोपाल मुख्यालय एवं आर.एम. महादेय जबलपुर को दी जा चुकी हैं। परंतु उनके द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त जिला प्रबंधक देवेन्द्र तिवारी गोदाम प्रभारी भाग्वानदीन वेयर हाउस मालिक व इस भ्रष्टाचार लिप्त समस्त लोगो के विरुद्ध उच्च स्तरीय जाच करवा कर जिला प्रबंधक कटनी व गोदाम प्रभारी भाग्वानदीन को निलंबित करने व वेयर हाउस एवं राइस मिलर को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्यवाही करने का अनुरोध किया है। शिकायतकर्ता ने शिकायती पत्र खाद्य मंत्री के अलावा प्रमुख सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग भोपाल (म०प्र०), आयुक्त खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग भोपाल, (म०प्र०) सहित अन्य अधिकारियों को भेजा है।
कार्यवाही की चर्चा सरगर्म
विभागीय सूत्रों के मुताबिक दाल मिल संचालक द्वारा की गई शिकायत के बाद दो दिन पूर्व रात्रि लगभग 10 बजे जिले के 1 वरिष्ठ अधिकारी द्वारा बड़वारा स्थित वेयरहाउस में जांच की गई। जांच दल में शामिल अधिकारियों ने वहां पर जांच के दौरान क्या कुछ पाया इस संबंध में कोई भी अधिकारी बोलने से कतरा रहा है। बताया जाता है कि जिले में हुए इस बड़े घोटाले को छिपाने के प्रयास में कई लोग जुटे हुए हैं और संबंधितों पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
????बड़ी खबर????
सीएमआर चावल जमा कराने में हुआ भारी घोटाला, दाल मिल संचालक ने की खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्री से शिकायत, शिकायत के बाद एक वेयरहाउस में जांच करने पहुंची टीम?, मामले को दबाने हो रहे प्रयास?
कटनी। खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्री से लिखित शिकायत करते हुए अमर पंजवानी जय जगदम्बे दाल मिल के संचालक ने कटनी जिले में CMR चावल जमा करने में हुए घोटाले की जाच करवा कर कार्यवाही करने की मांग की है। दाल मिल संचालक अमर पंजवानी द्वारा की गई शिकायत के बाद दो दिन पूर्व शिकायत के आधार पर बड़वारा क्षेत्र में मौजूद एक वेयरहाउस की जांच करने भी अधिकारियों की टीम पहुंची थी। वेयरहाउस में टीम ने क्या जांच की और कौन से तथ्य सामने आए इस संबंध में कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहा है। चर्चा तो यह भी है कि मामले को दबाने के लिए शिकायतकर्ता पर कई तरह के दबाव बनाए जा रहे हैं। बताया जाता है कि दाल मिल संचालक द्वारा लगाए गए गंभीर आरोप कि अगर उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तो जिले में हो रहे एक बड़े घोटाले से पर्दाफाश हो सकता है।
यह लगाए आरोप
शिकायतकर्ता अमर ने मंत्री को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि विपणन वर्ष 2023-24 की धान की कस्टम मिलिंग के चलते कटनी जिले में पदस्थ जिला प्रबंधक देवेन्द्र तिवारी व गोदाम प्रभारी भाग्वानदीन वेयर हाउस के मालिक व खादय विभाग की मिली भगत से करोडो रुपये का चावल जमा किए बगैर कागजो मे चावल जमा करवा कर शासन को करोडो रुपये के राजस्व हानि पहुंचाई गई है।
इस तरह की गड़बड़ी
कुछ लाटो का विवरण अपने शिकायती पत्र में प्रस्तुत करते हुए शिकायतकर्ता ने कहा कि मिलर राय इंडस्ट्रीज, राय वेयर हाउस लॉट नंबर 7, एल डी136, सीडीओ113787, दिनांक 26/10/24, बुक नंबर 234
एवं मिलर राय इंडस्ट्रीज, राय वेयर हाउस लॉट नंबर 6, एल डी137, सीडीओ 866493, दिनांक 26/10/24, बुक नंबर 234 के अलावा मिलर राय इंडस्ट्रीज, राय वेयर हाउस लॉट नंबर 9, एल डी138, सीडीओ 1872860, दिनांक 26/10/24, बुक नंबर 234 में गड़बड़ी की गई।
मिली भगत से होता है खेल
शिकायतकर्ता ने शिकायती पत्र में आरोप लगाए हैं कि जिला प्रबंधक देवेन्द्र तिवारी द्वारा इस प्रकार के कृप्त पूर्व में पदस्थ रीवा जिले में भी किए गए थे। जिसकी जाच अभी तक चालू है। इनके द्वारा मिलर से भुगतान में भी 2-3 मिलर से आर्थिक लाभ ले कर 2-3 मिलर को ही आर्तिक लाभ दिया जा रहा है।
कंप्यूटर ऑपरेटर की रहती है मध्यस्थता
शिकायत पत्र में उल्लेख है कि जिला प्रबंधक देवेन्द्र तिवारी द्वारा मिलर्स से जो भी लेन-देन की जाती है उसमें सम्पर्ण रूप से मध्यस्ता का कार्य अस्थाई कम्प्यूटर ऑपरेटर रवि पटेल एवं अजय परिहार द्वारा किया जाता है। जिसकी जानकारी बारंबार भोपाल मुख्यालय एवं आर.एम. महादेय जबलपुर को दी जा चुकी हैं। परंतु उनके द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त जिला प्रबंधक देवेन्द्र तिवारी गोदाम प्रभारी भाग्वानदीन वेयर हाउस मालिक व इस भ्रष्टाचार लिप्त समस्त लोगो के विरुद्ध उच्च स्तरीय जाच करवा कर जिला प्रबंधक कटनी व गोदाम प्रभारी भाग्वानदीन को निलंबित करने व वेयर हाउस एवं राइस मिलर को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्यवाही करने का अनुरोध किया है। शिकायतकर्ता ने शिकायती पत्र खाद्य मंत्री के अलावा प्रमुख सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग भोपाल (म०प्र०), आयुक्त खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग भोपाल, (म०प्र०) सहित अन्य अधिकारियों को भेजा है।
कार्यवाही की चर्चा सरगर्म
विभागीय सूत्रों के मुताबिक दाल मिल संचालक द्वारा की गई शिकायत के बाद दो दिन पूर्व रात्रि लगभग 10 बजे जिले के 1 वरिष्ठ अधिकारी द्वारा बड़वारा स्थित वेयरहाउस में जांच की गई। जांच दल में शामिल अधिकारियों ने वहां पर जांच के दौरान क्या कुछ पाया इस संबंध में कोई भी अधिकारी बोलने से कतरा रहा है। बताया जाता है कि जिले में हुए इस बड़े घोटाले को छिपाने के प्रयास में कई लोग जुटे हुए हैं और संबंधितों पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है।