????बाबा रे बाबा???? सतगुरु बाबा ईश्वर शाह के दरबार में क्या पवित्र ग्रंथ के लिए भी जगह नहीं?, पवित्र ग्रंथ और प्रतिमा हटाए जाने से समाज में उपजा रोष, विरोध के बावजूद दरबार से हट गया बाबा नारायण शाह द्वारा स्थापित किया गया पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब, आगे कहानी जारी….

????बाबा रे बाबा????

सतगुरु बाबा ईश्वर शाह के दरबार में क्या पवित्र ग्रंथ के लिए भी जगह नहीं?, पवित्र ग्रंथ और प्रतिमा हटाए जाने से समाज में उपजा रोष, विरोध के बावजूद दरबार से हट गया बाबा नारायण शाह द्वारा स्थापित किया गया पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब, आगे कहानी जारी….

 

कटनी। जिस पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहब की स्थापना माधव नगर के पवित्र दरबार में सतगुरु बाबा नारायण शाह के द्वारा की गई क्या उस पवित्र ग्रंथ के लिए अब सतगुरु बाबा ईश्वर शाह के दरबार में जगह नहीं। यह सवाल आज भी माधव नगर के सभी धर्म प्रेमियों के मन में कौंधता रहता है। दरबार से जुड़े सूत्रों की माने तो कोरोना काल में सतगुरु बाबा ईश्वर शाह के दरबार में बाबा नारायण शाह द्वारा स्थापित किए गए गुरु ग्रंथ साहब एवं गुरु नानक देव जी की प्रतिमा को देर रात बिना किसी कारण के और बिना समाज की मंजूरी के हटवा दिया गया। सूत्र बताते हैं कि कोरोना काल तो चला गया लेकिन दरबार में आज तक गुरु ग्रंथ साहब और गुरु नानक देव जी की प्रतिमा वापस स्थापित नहीं की गई। स्थानीय लोगों के मुताबिक गुरु ग्रंथ साहब को देर रात दरबार से हटाए जाने को लेकर समाज के अंदर आज भी रोष है। दरबार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जिस समय गुरु ग्रंथ साहब को पवित्र दरबार से हटा कर गुरु संगत दरबार में स्थापित करवा दिया गया, उस समय स्थानीय लोगों ने इस बात के लिए नाराजगी भी जताई और विरोध भी किया। लेकिन इतना कुछ होने के बाद भी पवित्र दरबार में बाबा नारायण शाह द्वारा स्थापित किए गए गुरु ग्रंथ साहिब एवं गुरु नानक देव जी की प्रतिमा को वापस अपनी जगह पर स्थापित नहीं किया गया।

शाम ढलने के बाद नहीं उठाया जाता गुरु ग्रंथ साहिब

धर्म प्रेमियों का कहना है कि सतगुरु बाबा नारायण शाह द्वारा पवित्र दरबार में स्थापित किए गए महान ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब एवं गुरु नानक देव जी की प्रतिमा को देर रात दरबार के ही कुछ जिम्मेदार लोगों के द्वारा हटवा दिया गया। पवित्र दरबार से गुरु ग्रंथ साहब एवं गुरु नानक देव जी की प्रतिमा को हटाकर माधव नगर में ही मौजूद गुरु संगत दरबार में स्थापित करवा दिया गया। यह सारा कृत्य दरबार के जिम्मेदार लोगों के द्वारा देर रात किया गया। धर्म प्रेमियों का कहना है कि पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहब को शाम ढलने के बाद उठाया भी नहीं जाता, लेकिन इन सभी मान्यताओं को दरकिनार कर पवित्र ग्रंथ एवं गुरु नानक देव जी की प्रतिमा को हटवा दिया गया।

धर्म प्रेमियों ने किया था विरोध

स्थानीय सूत्रों का कहना है कि पवित्र ग्रंथ एवं गुरु नानक देव जी की प्रतिमा को देर रात हटाए जाने की जानकारी जब क्षेत्र के लोगों और धर्म प्रेमियों को लगी तो उन्होंने इस बात का काफी विरोध भी किया। कुछ समय तक तो स्थापित किए गए स्थान पर कपड़ा डालकर लोगों को यह कहा जाता रहा कि यहां पर वापस स्थापना कर दी गई है लेकिन कुछ समय बाद लोगों को यह पता चल गया कि दरबार से प्रतिमा एवं पवित्र ग्रंथ को हटाया जा चुका है। दरबार से पवित्र ग्रंथ एवं प्रतिमा हटाए जाने को लेकर आज भी समाज के अंदर नाराजगी है। शायद यह भी एक वजह है कि दरबार के प्रति लोगों की आस्था प्रभावित हुई है। पवित्र ग्रंथ एवं गुरु नानक देव जी के प्रति स्थानीय लोगों में आज भी पूरी आस्था है और यही आस्था शायद उनकी नाराजगी की वजह भी बन रही है। इस पूरे घटनाक्रम और समाज की नाराजगी को समाज के सामने लाकर राष्ट्र रक्षक न्यूज़ चैनल द्वारा किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का प्रयास नहीं किया गया है बल्कि लोगों के बीच चल रही चर्चाओं एवं उनके अंदर पनप रहे आक्रोश से आमजन को अवगत कराने का एक प्रयास मात्र है।

????बाबा रे बाबा????
सतगुरु बाबा ईश्वर शाह के दरबार में क्या पवित्र ग्रंथ के लिए भी जगह नहीं?, पवित्र ग्रंथ और प्रतिमा हटाए जाने से समाज में उपजा रोष, विरोध के बावजूद दरबार से हट गया बाबा नारायण शाह द्वारा स्थापित किया गया पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब, आगे कहानी जारी….

कटनी। जिस पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहब की स्थापना माधव नगर के पवित्र दरबार में सतगुरु बाबा नारायण शाह के द्वारा की गई क्या उस पवित्र ग्रंथ के लिए अब सतगुरु बाबा ईश्वर शाह के दरबार में जगह नहीं। यह सवाल आज भी माधव नगर के सभी धर्म प्रेमियों के मन में कौंधता रहता है। दरबार से जुड़े सूत्रों की माने तो कोरोना काल में सतगुरु बाबा ईश्वर शाह के दरबार में बाबा नारायण शाह द्वारा स्थापित किए गए गुरु ग्रंथ साहब एवं गुरु नानक देव जी की प्रतिमा को देर रात बिना किसी कारण के और बिना समाज की मंजूरी के हटवा दिया गया। सूत्र बताते हैं कि कोरोना काल तो चला गया लेकिन दरबार में आज तक गुरु ग्रंथ साहब और गुरु नानक देव जी की प्रतिमा वापस स्थापित नहीं की गई। स्थानीय लोगों के मुताबिक गुरु ग्रंथ साहब को देर रात दरबार से हटाए जाने को लेकर समाज के अंदर आज भी रोष है। दरबार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जिस समय गुरु ग्रंथ साहब को पवित्र दरबार से हटा कर गुरु संगत दरबार में स्थापित करवा दिया गया, उस समय स्थानीय लोगों ने इस बात के लिए नाराजगी भी जताई और विरोध भी किया। लेकिन इतना कुछ होने के बाद भी पवित्र दरबार में बाबा नारायण शाह द्वारा स्थापित किए गए गुरु ग्रंथ साहिब एवं गुरु नानक देव जी की प्रतिमा को वापस अपनी जगह पर स्थापित नहीं किया गया।
शाम ढलने के बाद नहीं उठाया जाता गुरु ग्रंथ साहिब
धर्म प्रेमियों का कहना है कि सतगुरु बाबा नारायण शाह द्वारा पवित्र दरबार में स्थापित किए गए महान ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब एवं गुरु नानक देव जी की प्रतिमा को देर रात दरबार के ही कुछ जिम्मेदार लोगों के द्वारा हटवा दिया गया। पवित्र दरबार से गुरु ग्रंथ साहब एवं गुरु नानक देव जी की प्रतिमा को हटाकर माधव नगर में ही मौजूद गुरु संगत दरबार में स्थापित करवा दिया गया। यह सारा कृत्य दरबार के जिम्मेदार लोगों के द्वारा देर रात किया गया। धर्म प्रेमियों का कहना है कि पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहब को शाम ढलने के बाद उठाया भी नहीं जाता, लेकिन इन सभी मान्यताओं को दरकिनार कर पवित्र ग्रंथ एवं गुरु नानक देव जी की प्रतिमा को हटवा दिया गया।
धर्म प्रेमियों ने किया था विरोध
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि पवित्र ग्रंथ एवं गुरु नानक देव जी की प्रतिमा को देर रात हटाए जाने की जानकारी जब क्षेत्र के लोगों और धर्म प्रेमियों को लगी तो उन्होंने इस बात का काफी विरोध भी किया। कुछ समय तक तो स्थापित किए गए स्थान पर कपड़ा डालकर लोगों को यह कहा जाता रहा कि यहां पर वापस स्थापना कर दी गई है लेकिन कुछ समय बाद लोगों को यह पता चल गया कि दरबार से प्रतिमा एवं पवित्र ग्रंथ को हटाया जा चुका है। दरबार से पवित्र ग्रंथ एवं प्रतिमा हटाए जाने को लेकर आज भी समाज के अंदर नाराजगी है। शायद यह भी एक वजह है कि दरबार के प्रति लोगों की आस्था प्रभावित हुई है। पवित्र ग्रंथ एवं गुरु नानक देव जी के प्रति स्थानीय लोगों में आज भी पूरी आस्था है और यही आस्था शायद उनकी नाराजगी की वजह भी बन रही है। इस पूरे घटनाक्रम और समाज की नाराजगी को समाज के सामने लाकर राष्ट्र रक्षक न्यूज़ चैनल द्वारा किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का प्रयास नहीं किया गया है बल्कि लोगों के बीच चल रही चर्चाओं एवं उनके अंदर पनप रहे आक्रोश से आमजन को अवगत कराने का एक प्रयास मात्र है।

Recent Post

माधवनगर के बड़े बुकी तक पहुंच रही पुलिस की जांच, 20 हजार मासिक वेतन पर युवकों को रखा, लगवाते थे करोड़ों का IPL सट्टा, 8 में से 6आरोपी कटनी के, लाखों रुपये का हिसाब, बैंक खातों, मोबाइल, लैपटॉप बरामद

कटनी बना ठगों का गढ़, सोने की मोहरों का जाल बिछाकर की जा रही ठगी, अब मुरैना के व्यापारी को ट्रांसपोर्टर नगर बाइपास के समीप जंगल में बनाया शिकार, एक माह में एक बाद एक तीन वारदातों से खलबली, पुलिस खाली हाथ

कृषि में वैज्ञानिक तरीके अपनाकर बढ़ायें लाभ, कलेक्टर श्री यादव ने किसानों से नरवाई न जलाने की अपील, पिपरौंध के कृषि विज्ञान केन्द्र मे आयोजित जिला स्तरीय कृषि मेला में किसानों को किया संबोधित